नई दिल्ली: कल देश भर में 1 लाख 91 हजार 181 स्वास्थ्यकर्मियों को कोरोना का पहला टीका दिया गया. ये आंकड़ा स्वदेशी दवा पर देश के लोगों का भरोसा दिखाता है. एक तरफ जब पूरी दुनिया भारत में शुक्रवार से शुरू हुए कोरोना के खिलाफ सबसे बड़े टीकाकरण अभियान की तारीफ कर रही थी. तब ठीक उसी वक्त देश में सियासत कोरोना वैक्सीन की विश्वसनीयत को लेकर गरम थी.


टीका इतना सुरक्षित तो बीजेपी के किसी मंत्री ने क्यों नहीं लगवाया टीका- विपक्ष


सबसे पहले सवाल कांग्रेस ने खड़े किए और फिर देर शाम तक इसमें समाजवादी पार्टी भी शामिल हो गई. कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार के बड़े मंत्रियों ने टीका क्यों नहीं लगवाया. मनीष तिवारी ने कहा, "हर मुल्क में जहां पर टीकाकरण शुरू हुआ, वहां के मुखिया ने सबसे पहले टीका लगवाया. ताकि देश को ये संदेश जाए कि ये टीका सुरक्षित है और ये आपकी हिफाजत करेगा. इंग्लैंड में बोरिस जॉनसन ने सबसे पहले टीका लगवाया. उनकी संवैधानिक हेड ने टीका लगवाया.


बाकी मुल्कों में भी यही प्रक्रिया अपनाई गई है. तो एक बुनियादी सवाल ये उत्पन्न होता है कि अगर ये टीका इतना ही सुरक्षित है, इतना ही कारगर है तो अभी तक इस सरकार के कोई जिम्मेदार मंत्री सामने क्यों नहीं आए कि सबसे पहले मुझे टीका लगाओ. जिससे लोगों में ये संदेश जाए कि ये टीका पुरी तरह से सुरक्षित है."


कोरोना के खिलाफ दुनिया में सबसे सफल जंग भारत में लड़ी - अमित शाह


विपक्ष के आरोप लगते ही बीजेपी के दिग्गज मैदान में कूद पड़े. सरकार की ओर से  केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह,  रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन और स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे समेत तमाम दिग्गजों ने वैक्सीन को सुरक्षित बताते हुए विपक्ष के आरोपों को निराधार बताया. गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि कोरोना के खिलाफ दुनिया में सबसे सफल जंग भारत में लड़ी गई. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की.


उन्होंने कहा कि मुझे दुख है कि कुछ वक्र दृष्टा लोग इसे भी वक्र दृष्टि से देख रहे हैं. मैं इन सब से प्रार्थना करता हूं कि पूरे देश को विश्वास दिलाने की जरूरत है. पूरे देश को वैक्सीन के अभियान से जोड़ने की जरूरत है. ऐसी कोई बात न करें जिससे दो विचार जनता के सामने आएं.


पंजाबी सीएम अमरिंदर सिंह ने अफवाहों पर ध्यान ना देने के लिए कहा


रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस मौके पर कहा कि, हम लोगों के लिए खुशी की बात है कि वैक्सीनेशन का कार्य आज से शुरू हो गया है. हमने दो स्वदेशी वैक्सीन बना ली हैं और 4 वैक्सीन और आने वाली हैं. ये वैक्सीन केवल भारतवासियों को ही नहीं लगाई जाएंगी बल्कि दुनिया के दूसरे देशों को भी जल्दी ही निर्यात की जाएंगी.


एक ओर जहां वैक्सीन का मनीष तिवारी विरोध कर रहे हैं तो वहीं पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह ने इसे सफल और सुरक्षित बताया है. अमरिंदर सिंह ने अफवाहों पर ध्यान ना देने के लिए कहा है. सियासत अपनी जगह लेकिन मौजूदा सच ये है कि देश के वैज्ञानिकों ने अलग-अलग स्तर पर परीक्षण के बाद ही दोनों दवाओं को इमरजेंसी अप्रूवल दिया है. इसलिए इस पर अभी से सवाल उठाने को जायज नहीं ठहराया जाना चाहिए.


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