बता दें कि मिर्ची बाबा को कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में मंत्री का दर्जा प्राप्त था. महिला के आरोप के बाद उसे पकड़ने के लिए भोपाल की पुलिस टीम (Police Team) कल रात यानी 9 अगस्त की रात ग्वालियर पहुंची, जहां सुबह बाबा को एक होटल से गिरफ्तार कर लिया गया. दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली महिला पीड़िता रायसेन की रहने वाली है. उसने शिकायत में बताया है कि उसकी शादी को चार साल हो गए थे लेकिन संतान नहीं हो रहा था. यही कारण था कि वह मिर्ची बाबा के संपर्क में आई. पीड़िता ने कहा कि जब उन्होंने बाबा को अपनी तकलीफ बताई तो उसने पूजा पाठ से संतान होने का दावा किया.
धर्मगुरु मिर्ची बाबा हरिद्वार के श्री पंचायती निरंजनी अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी वैराज्ञानंद गिरी महाराज है. कुछ दिनों पहले ही हिंदू देवी देवताओं पर फ़िल्म बनाने वालों का सर काटने वालों को इनाम का एलान किया था.
क्यों कहा जाता है मिर्ची बाबा
मिर्ची बाबा साल 2019 में चर्चा में आए थे. उस वक्त उसने कांग्रेस के उम्मीदवार दिग्विजय सिंह की जीत सुनिश्चित करने के लिए पांच क्विंटल लाल मिर्ची का हवन किया था. उसने उस वक्त एलान किया था कि अगर कांग्रेस दिग्विजय की सरकार नहीं बनती है तो वह जल समाधि ले लेंगे.
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