नई दिल्लीः दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की पूछताछ में गिरफ्तार खालिस्तान लिबरेशन फ्रंट के आतंकियों ने खुलासा किया है कि इनके निशाने पर दिल्ली पंजाब और हरियाणा के आरएसएस, विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के नेता थे. दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक इनमें से एक आतंकी टारगेट किलिंग के मकसद से दिल्ली पहुंचा था और फिलहाल अपने टारगेट की रेकी कर रहा था.
उत्तर भारत में माहौल खराब करना मकसद
खुफिया एजेंसियों से इनपुट मिलने के बाद पुलिस ने दिल्ली के हस्तसाल इलाके से आतंकी मोहिंदर पाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया. जिससे पूछताछ के बाद बाकी दो आतंकियों की हरियाणा और पंजाब से गिरफ्तारी हुई.
स्पेशल सेल के अधिकारियों के मुताबिक इनका मकसद उत्तर भारत मे माहौल खराब करना था और एक वेबसाइट के जरिये इन्होंने ग्रेटर खालिस्तान बनाने के लिए 'रेफरेंडम 2020' वोटिंग की शुरुआत भी की थी.
हाफिज सईद के सहयोगी गोपाल सिंह चावला का था समर्थन
पुलिस सूत्रों के मुताबिक भारत में बैन ‘सिख फ़ॉर जस्टिस’ नाम के संगठन से जुड़े लोग अमेरिका, ब्रिटेन और पाकिस्तान में बैठकर भारत के खिलाफ साजिश रच रहे हैं. यह लोग पंजाब में एक ‘रेफरेंडम 2020’ भी करना चाहते थे. इनका मकसद खालिस्तान बनाना है और इन्हें आईएसआई सपोर्ट करती है.
सूत्रों के मुताबिक, इनका मकसद हिन्दू संगठनों से जुड़े लोगों को निशाना बनाकर भारत में माहौल खराब करना है. इस काम को अंजाम देने के लिए ये लोग पाकिस्तान में बैठे ‘सिख फ़ॉर जस्टिस’ संगठन के अवतार सिंह पन्नू और हाफ़िज़ सईद के करीबी गोपाल सिंह चावला के संपर्क में थे.
ये भी पढ़ें
गृह मंत्री अमित शाह बोले- मनीष सिसोदिया के बयान से लोगों में डर था, दिल्ली में कम्यूनिटी ट्रांशमिशन का खतरा नहीं
मन की बात में बोले पीएम मोदी- मां भारती के गौरव पर आंच नहीं आने देंगे, पढ़ें 10 बड़ी बातें