श्रीनगरः जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद सरकार एक्शन में दिख रही है. केंद्र सरकार ने राज्य में माहौल न बिगड़ने देने की हर मुमकिन कोशिश कर रही है. हाल ही में राज्य की जेल में बंद करीब 70 कैदियों को उत्तर प्रदेश के आगरा जेल में शिफ्ट किया गया है. इन कैदियों में से कुछ अलगावादी हैं और कुछ पर आतंकी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है. हालांकि, यह तय नहीं हो पाया है कि इन कैदियों में कितने लोगों पर आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप हैं.


सुरक्षा अधिकारियों ने जानकारी दी कि इस ग्रुप में शामिल कैदी अलगाववादी और पत्थरबाजी संबंधी घटनाओं में शामिल रहे हैं. इन लोगों में से कई के खिलाफ राज्य में शांति भंग करने और गड़बड़ी पैदा करने का आरोप भी है.


एयरपोर्ट से जेल तक बंदियों को लाने के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे. सुरक्षा के लिहाज से बंदियों को लाते समय गाड़ियों की खिड़कियों को भी ढक दिया गया था. जब अधिकारियों से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया.


इन बंदियों के आगरा पहुंचने से पहले ही जेल की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी. एयरपोर्ट से सेंट्रल जेल तक गाड़ियों का काफिला बिना बाधा पहुंच सके, इसलिए हर तिराहे-चौराहे पर वीआईपी रूट की तर्ज पर व्यवस्था की गई थी. सेंट्रल जेल के बाहर भी बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात रही.


पहले बंदियों को वायुसेना के एक विशेष विमान से उत्तर प्रदेश लाया गया. खबरों के मुताबिक केंद्रीय कारागार में करीब 70 लोगों को जम्मू कश्मीर से आगरा ट्रांसफर किया गया.


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