श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने के बाद से वहां सामान्य जनजीवन अब धीरे-धीरे पटरी पर आने लगा है. कश्मीर घाटी में कड़ी सुरक्षा के बीच लोगों की आवाजाही पर पाबंदियों में ढील दी गई है और शहर के कुछ इलाकों में लैंडलाइन सेवा बहाल कर दी गई. हालांकि, पहचान पत्र दिखाने के बाद ही लोगों को आवाजाही की अनुमति दी गई है. जानें जम्मू-कश्मीर से जुड़ी बड़ी बातें.




  • कश्मीर के 35 पुलिस थाना क्षेत्रों में पाबंदियों में ढील दी गई है जबकि घाटी में कुल 96 टेलीफोन एक्सचेंज में से 17 को बहाल कर दिया गया है.

  • घाटी में अब 50,000 लैंडलाइन फोन काम कर रहे हैं. अन्य इलाकों में व्यवस्थित तरीके से सेवा बहाल की जाएगी. सुरक्षा बल अब भी तैनात हैं और सड़कों पर बैरिकेड लगे हुए हैं.

  • हालांकि, पहचान पत्र दिखाने के बाद ही लोगों को आवाजाही की अनुमति दी गई है. सरकार के प्रवक्ता रोहित कंसल ने बताया कि घाटी में प्राथमिक स्कूल सोमवार को फिर से खुलेंगे और उसी दिन से सरकारी कार्यालय भी पूरी तरह काम करना शुरू कर देंगे.

  • अधिकारियों ने बताया कि सिविल लाइंस इलाके में कुछ दुकानें शनिवार सुबह खुली. निजी वाहनों की आवाजाही भी बढ़ रही है.

  • कश्मीर के सिविल लाइंस, छावनी, एयरपोर्ट, राजबाग और जवाहर नगर जैसे कुछ इलाकों में लैंडलाइन सेवा बहाल कर दी गयी लेकिन वाणिज्यिक केंद्र लाल चौक और प्रेस एनक्लेव सहित अधिकतर हिस्से में अभी सेवा बहाल नहीं हुई है. जल्द ही 20 और एक्सचेंज काम करने लगेंगे.

  • एक्सचेंज चालू होने से मध्य कश्मीर के बडगाम, सोनमर्ग और मनिगाम में लैंडलाइन सेवा काम करने लगी है. उत्तरी कश्मीर में गुरेज, तंगमार्ग, उरी, केरन, करनाह और तंगधार इलाके में सेवा बहाल कर दी गयी है. दक्षिण कश्मीर के काजीगुंड और पहलगाम इलाके में लैंडलाइन सेवा चालू कर दी गयी है.

  • सिविल लाइंस इलाके और घाटी के अन्य जिला मुख्यालयों में निजी वाहनों की गतिविधियां बढ़ गई है. श्रीनगर के डलगेट इलाके में कुछ अंतर जिला कैब भी सड़कों पर दौड़ रही हैं.

  • पेट्रोल पंप समेत ज्यादातर व्यावसायिक प्रतिष्ठान अब भी बंद हैं. जम्मू क्षेत्र में लैंडलाइंस और मोबाइल फोन सेवाएं चालू कर दी गई है और कम से कम पांच जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी गई हैं.

  • जम्मू क्षेत्र के पांच जिलों में कम स्पीड (2जी) की मोबाइल इंटरनेट सेवा बहाल की गयी है.

  • जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को केंद्र द्वारा निरस्त करने की घोषणा से कुछ समय पहले पांच अगस्त को कश्मीर में कर्फ्यू लगाया गया था.


यह भी पढ़ें-

कश्मीर मुद्दे पर प्रियंका गांधी का निशाना, पूछा- 'क्या मोदी-शाह सरकार मानती है कि लोकतंत्र है?'

पीएम मोदी बोले- भारत का सौभाग्य है कि हम भूटान के विकास में भागीदार हैं

एम एस धोनी का अलग अंदाज, लेह में बास्केटबॉल कोर्ट में बच्चों के साथ खेला क्रिकेट, तस्वीर वायरल

पूर्व सैन्य अधिकारियों और नौकरशाहों ने अनुच्छेद 370 पर सरकार के फैसले को SC में चुनौती दी