नई डिवाइस बताएगी कब होगी बारिश, किसानों को मिलेगा रीयल टाइम डेटा
मौसम को लेकर भविष्याणी करना खुद मौसम विभाग के लिए चुनौती रहा है. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के बावजूद बारिश को लेकर अनिश्चितता बरकरार रहती है. खुद मौसम विभाग ये नहीं कह सकता कि उसका दावा सौ फीसद सही होगा.
नई दिल्ली: भारत में मौसम की सटीक भविष्याणी करना हमेशा चुनौतीपूर्ण रहा है. मौसम की सटीक जानकारी ना होने की वजह से किसानों को दोहरी मार झेलनी पड़ती है. फसल की बर्बादी के साथ आर्थिक नुकसान. लेकिन अब डिवाइस के माध्यम से इस चुनौती पर काबू पाने की तैयारी की जा रही है.
'भूगोल' से होगी मौसम की पहचान
पंजाब के प्रोफेसर समेत तीन इंजीनियरों की टीम ने एक ऐसा डिवाइस बनाया है जो मौसम की सही भविष्यवाणी कर सकेगी. टीम का दावा है कि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की मदद से ‘भूगोल’ नामक डिवाइस बता देगी कि कब बारिश होने वाली है. डिवाइस से सैटेलाइट के भेजे डाटा के बजाए स्थानीय स्तर पर सूचना एकत्र कर बारिश की भविष्याणी की जा सकेगी. टीम में शामिल एक छात्र ने बताया कि एकत्रित किया हुआ डाटा रीयल टाइम में होगा. उन्होंने कहा, "हमलोग रीयल टाइम डाटा के साथ सैटेलाइट के भेजे डाटा का इस्तेमाल कर सही भविष्यवाणी कर सकेंगे."
गौरतलब है कि वैश्विक तापमान के चलते मौसम के बारे में सही सही बताना मुश्किल हो गया है. मगर डिवाइस की मदद से 5 स्क्वायर किलोमीटर की दूरी पर पूर्वानुमान जारी करने का दावा किया गया है. टीम में शामिल एक छात्र ने बताया कि डिवाइस विकसित करने की सोच एक छात्र की मां से मिली. जब उन्होंने टैरेस से भीगे कपड़े उठाने को कहा तब उन्होंने सोचा कि क्या मौसम का सही पूर्वानुमान नहीं लगाया जा सकता? छात्र ने बताया कि मौसम में खराबी आने पर सिग्नल प्रभावित होती है. इसलिए उन्हें लगा कि डिश टीवी सिग्नल से हम कुछ हासिल कर सकते हैं.
माना जा रहा है कि किसान अपनी खेती में डिवाइस का बहुत ज्यादा उपयोग कर सकते हैं. दावा किया जा रहा है कि रियल टाइम सूचना को उन किसानों के साथ साझा किया जा सकेगा जिनका ज्यादातर समय अनिश्चित बारिश के बीच गुजरता है. डिवाइस अनाज घरों के मालिकों की फसल को बारिश से बचाकर उनकी तकलीफों को कम करने में मददगार साबित होगा.