कहते हैं अपराधियों को उनकी सजा दिलाने और सलाखों के पीछे पहुंचाने का काम कानून और पुलिस करती है लेकिन मुंबई का एक कैसा कलाकार है जिसने दर्जनों बड़े-बड़े अपराधियों को अपनी कला के माध्यम से जेल में पहुंचाने का काम किया है. इस पेंटर का नाम नितिन यादव है.


नितिन यादव पेशे से एक टीचर हैं और स्कूल में बच्चों को आर्ट सिखाते हैं. यसी आर्ट मुंबई पुलिस के इतना काम आई कि दर्जनों अपराधी सलाखों के पीछे पहुंच गए और उन्हें अपने अपराध की सजा मिली. नितिन यादव बताते हैं कि 30 साल में करीब 5000 से ज्यादा अपराधियों के स्केच उन्होंने मुंबई पुलिस के लिए अब तक बनाए हैं. जिसमें करीब 400 से ज्यादा अपराधियों के स्केच के आधार मुंबई पुलिस अपराधियों तक पहुंची और उन्हें गिरफ्तार किया गया.


आर्ट बनाने का था शौक


जब हमने नितिन यादव से यह जानना चाहा कि आखिर अपनी कला के माध्यम से अपराधियों तक पहुंचने का यह सिलसिला उनका कैसे शुरू हुआ तो उन्होंने बताया कि दरअसल बचपन से ही उन्हें आर्ट बनाने का शौक था. उनके पिता एक मिल में काम करते थे. घर का खर्च पूरा नहीं हो पाता था जिसके लिए उन्होंने भी नेम प्लेट, साइन बोर्ड लिखने का काम शुरू किया जिससे उन्हें चार पैसे मिले और वह अपनी पढ़ाई कर सकें. साथ ही अपना खर्च भी निकाल लेते थे. 


इसी सिलसिले में वह पुलिस स्टेशन अक्सर जाया करते थे और वहां पर नेम प्लेट बनाने या बोर्ड पर कुछ लिखने का काम करते थे. इसी दौरान एक दिन एक पुलिस स्टेशन में वह पेंटिंग का काम कर रहे थे वहीं पर एक मर्डर का केस आया जिसमें एक अपराधी ने होटल के अंदर घुस कर एक शख्स का मर्डर कर दिया था. कुछ लोगों ने उसे देखा भी था. चश्मदीद लोगों की मदद से उसे पकड़ा जा सकता था. उन्होंने पुलिस स्टेशन में यह सारी बात सुनी और वहां पर मौजूद एक पुलिस अधिकारी से उन्होंने चश्मदीद के जरिए अपराधी का स्केच बनाने के लिए कहा. उन्हें परमिशन मिली और जिस तरह से चश्मदीद ने उस अपराधी का हुलिया बताया उसी हिसाब से उन्होंने एक स्केच तैयार किया और कुछ घंटों में ही उस स्केच के आधार पर पुलिस अपराधी तक पहुंच गई.


हाईप्रोफाइल मामलों में बनाता था स्कैच


जिसके बाद फिर तभी से मुंबई पुलिस में उनकी पहचान शुरू हुई. अक्सर उन्हें उन अपराधियों का स्केच बनाने के लिए बुलाया जाने लगा जिसमें अपराधी की शिनाख्त नहीं होती थी. चश्मदीदों या पीड़ित की मदद से उन्होंने अपराधियों के स्केच बनाने का काम शुरू किया जिसमें मुंबई के तमाम बड़े बड़े हाईप्रोफाइल मामले भी थे. नितिन यादव बताते हैं कि कुछ अपराधों में जिस तरह से अपराधी ने उस अपराध को अंजाम दिया था, चश्मदीद या पीड़ित की जुबानी सुनकर कभी-कभी वह बहुत विचलित हो जाते थे. उन्हें रात रात भर नींद नहीं आती थी लेकिन उनकी कला मुंबई पुलिस के काम आ रही थी और अपराधियों को उनके सजा मिल रही थी. इसलिए वह इस काम में लगे रहे और लगातार मुंबई और उसके आसपास के राज्यों की पुलिस के लिए वो अपनी कला की सेवा देते रहे.


नितिन यादव बताते हैं कि वह पुलिस के लिए अपराधियों का स्केच बनाने का काम फ्री में करते हैं. वो इसके लिए कोई फीस नहीं लेते लेकिन उनके इस काम के लिए कई बार मुंबई पुलिस की तरफ से उन्हें सम्मानित किया गया है जो उनके लिए सबसे बड़ा इनाम है.


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