नई दिल्ली: फिक्की की 89वीं एजीएम मीटिंग में भाग लेने पहुंचे केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने नोटबंदी के फैसलो को सरकार का साहसिक फैसला बताया है. उन्होंने कहा है कि बड़े नोटों को बंद करने में सरकार ने साहसिक फैसला किया है.


कार्यक्रम में जेटली ने कहा कि नए नोट के पूरी तरह से आने की प्रक्रिया में बहुत लंबा समय नहीं लगेगा, आरबीआई बहुत जल्दी इसे पूरा करने में सक्षम हो जाएगी. अगर हम कम समयावधि की असुविधाओं को सहन कर लेते हैं तो यह स्पष्ट है कि इसका लाभ लंबे समय तक मिलेगा.


जेटली ने कहा कि उभरती हुई आर्थिक शक्तियों में भारत को अलग नजरों से देखा जा रहा है. पिछले एक साल में बहुत सारे बदलाव हुए हैं. उन्होंने कहा कि आधार को रजिस्टर करवाकर और इसका उपयोग करके हमें बदलाव लाने में मदद मिल रही है. देश बदल रहा है.


 


जेटली ने आगे कहा कि जीएसटी बिल पास होना हमारी सरकार की बड़ी कामयाबी है. उन्होंने कहा कि जीएसटी काउंसिल को अभी कई निर्णय लेने हैं. पहले से ही 10 बड़े फैसले लिए जा चुके हैं. वित्त मंत्री ने कहा कि भारत में अब बड़े फैसले लिए जा रहे हैं. ऐसे फैसले पहले नहीं लिए जा रहे थे. सितंबर 2017 को टैक्स की मौजूदा व्यवस्था बंद हो जाएगी. उन्होंने बताया कि आदर्श रूप में जीएसटी एक अप्रैल 2017 से शुरू होना चाहिए था, लेकिन कानून को अप्रैल और 16 सितंबर के बीच प्रभावी होना संवैधानिक अनिवार्यता है.