मोदी सरकार के 3 साल पर जेटली बोले, 'सरकार ने अर्थव्यवस्था की विश्वसनीयता बहाल की'
नई दिल्ली: मोदी सरकार के तीन साल और साल 2016-17 की आखिरी तिहामी की जीडीपी के आंकड़े जारी होने के दूसरे दिन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में मोदी सरकार का महिमामंडन करते हुए कहा कि इस सरकार ने अर्थव्यवस्था की विश्वसनीयता बहाल की है. वित्त मंत्री ने विकास दर में गिरावट के लिए विश्व कारोबार में गिरावट को जिम्मेदार करार दिया.
जेटली ने अपनी सरकार के तीन साल के कामकाज का ब्यौरा देते हुए कहा कि तीन साल में अर्थव्यवस्था के सामने बड़ी चुनौतियां आई, निर्णय लेने की क्षमता ने अर्थव्यवस्था पर प्रभाव डाला, लेकिन आज सरकार कठिन फैसले ले रही है, पहले फैसले नहीं लेने वाली सरकार थी.
जेटली ने सरकार के तीन साल पूरे होने पर नोटबंदी और जीएसटी को सरकार की बड़ी उपलब्धि बताते हुए कहा कि इससे बड़ा बदलाव आया, भ्रष्टाचार वाली व्यवस्था खत्म हुई.
विकास दर में गिरावटः नोटबंदी इफेक्ट से 2016-2017 में विकास दर 7.1% रही
वित्त मंत्री ने कहा कि राज्यों की आर्थिक व्यवस्था सुधरी है और उन्होंने 14वें वित्तीय आयोग के सुझाव को माना है और राज्यों को मजबूती दी गई है.
जेटली ने कहा, "पूरी दुनिया में कारोबार में गिरावट दर्ज की गई है और इसका निर्यात पर असर पड़ा है."
जेटली ने कहा कि तीन साल पहले ग्लोबल स्तर पर भारत कहीं नहीं था. वित्त मंत्री ने दावा किया कि मोदी सरकार के आने के बाद भ्रष्टाचार और अनिर्णय की स्थिति से सरकार बाहर निकली है. उन्होंने कहा, "तीन साल पहले सुधार की रफ्तार धीमी थी, ढांचागत बदलाव में कमी थी. सरकार की विश्वसनीयता बहुत कम हो चली थी."
नोटबंदी के सवाल पर जेटली ने कहा कि इससे समानांतर आर्थिक व्यवस्था पर चोट लगी है और लोगों में ये संदेश गया है कि अब नकदी रखना सुरक्षित नहीं है.
जेटली ने एनपीए का समाधान, निजी क्षेत्र के निवेश को बढ़ाना सरकार के सामने बड़ी चुनौतियां माना. उन्होंने ये भी कहा है कि नागर विमानन मंत्रालय को एयर इंडिया के निजीकरण के लिए व्यवस्था की तलाश करनी होगी.
जीएसटी को लेकर वित्त मंत्री ने कहा कि जीएसटी काउंसिल की बैठक 3 जून को होगी जिसमें बाकी बचे विषयों पर अंतिम निर्णय लिए जाएंगे. 6 जून को पीएम खुद जीएसटी की तैयारियों का जायजा लेंगे. 1 जुलाई से लागू होनी है पूरे देश में एक टैक्स की व्यवस्था जीएसटी.
विपक्ष का हमला
राहुल का मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि देश की जीडीपी लगातार गिर रही है, बेरोजगारी बढ़ रही है. सरकार अपनी नाकामी को छुपाने के लिए कई अलग तरह के मुद्दों को उठा रही है.
ममता बनर्जी ने कहा कि नोटबंदी की शुरूआत में ही उन्होंने कहा था कि इससे विकास दर पर असर पड़ेगा, नौकरियां जाएंगी, उत्पादकता घटेगी, अब उनकी आशंका सच साबित हो रही है.
आपको बता दें कि केंद्र सरकार के जारी किये गए आंकड़ों के मुताबिक कि देश की जीडीपी में भारी गिरावट हुई है. भारत की जीडीपी ग्रोथ 7 से घटकर 6.1 पर पहुंच गई है.