नई दिल्ली: बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का आज एम्स में 66 साल की उम्र में निधन हो गया. उनके निधन से देशभर में गम का माहौल है. नेता, अभिनेता से लेकर विभिन्न जगत के लोग उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं. अब अरुण जेटली के पार्थिव शरीर को एम्स से उनके निजी आवास ईस्ट ऑफ कैलाश पर ले जाया जाएगा.


खबरों के मुताबिक बीजेपी नेता के शव को कल सुबह 11 बजे कार्यकर्ताओं के दर्शन के लिए बीजेपी मुख्यालय में रखा जाएगा. उनका अंतिम संस्कार दिल्ली के निगम बोध घाट पर किया जाएगा. इसके लिए दोपहर बाद दो बजे उनके पार्थिव शरीर को बीजेपी मुख्यालय से अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जाएगा. अंतिम संस्कार ढाई बजे होने की उम्मीद है.


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बता दें कि अरुण जेटली का कद पार्टी में काफी बड़ा था. वह पार्टी में रणनीति बनाने के माहिर माने जाते थे. अब उनके निधन से बीजेपी ने एक कुशल नेता के अलावा एक रणनीतिकार भी खोया है. वित्त मंत्री रहते अरुण जेटली ने आर्थिक मोर्चे पर अनेक ऐसे फैसले लिए जिसे सालों याद रखा जाएगा.


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मोदी सरकार ने अपने पहले कार्यकाल में गरीब और पिछड़े लोगों को बैंक से जोड़ने के लिए जनधन योजना की शुरुआत की. इस योजना की सफलता ने देश के अंतिम लोगों को बैंक की सुविधा से जोड़ा जिसके बाद मोदी सरकार ने आर्थिक मोर्चे पर अपना दूसरा कदम बढ़ाया. लगभग योजनाओं में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर योजना की शुरुआत की गई. इससे बीच के बिचौलिए खत्म हुए और लोगों के हक का पैसा सीधे उनके खाते में पहुंचा.


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अरुण जेटली ने वित्त मंत्री रहते हुए एसबीआई को भी जोड़ने का काम किया. एसबीआई समूह बैंक तमाम बैंक को जोड़कर उन्होंने एक बैंक बनाया जिससे एसबीआई के मजबूत बैंक के रूप में उभरा. मुद्रा योजना लागू की गई और इससे आम लोगों को स्वराजगार की ओर प्रेरित किया गया. इसमें आसानी से लोगों को लोन मिले इसकी व्यवस्था की गई.


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