(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
कैश की किल्लत पर वित्त मंत्री जेटली ने कहा- बाजार में पर्याप्त कैश, अचानक मांग बढ़ने से हुई दिक्कत
आरबीआई ने कहा है कि एक से दो दिन के भीतर हालात सामान्य हो जाएंगे. आरबीआई की ओर से यह भी बताया गया कि अचानक मांग बढ़ने से दिक्कत हुई. आरबीआई ने संकट के पीछे त्योहारी मांग को भी कारण माना है.
नई दिल्ली: देश के कई राज्यों में कैश संकट ने लोगों की मुसीबतें बढ़ा दी हैं. लोग शिकायत कर रहे हैं कि उन्हें रोजमर्रा के कामों के लिए भी पैसा नहीं मिल रहा है. बैंक में पैसा नहीं है और एटीएम पर ताले लटके नजर आ रहे हैं. अचानक उठे इस संकट से लोगों को नोटबंदी की याद आ गई.
इस संकट के बाद बैंकिंग सचिव राजीव कुमार ने कहा, ''आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक और उत्तरी बिहार में मुख्य रूप से दिक्कत थी. हम 500 रूपये के नोट की सप्लाई बढ़ाने जा रहे हैं. कल 86% एटीएम काम कर रहे थे और आज भी 85% एटीएम काम कर रहे हैं.
वित्त मंत्री ने कहा- बाजार में पर्याप्त मात्रा में कैश है देश में अचानक उठे नकदी संकट पर वित्त मंत्री अरुण जेटली का ट्वीट आया है. वित्त मंत्री ने लिखा, '' देश की करेंसी की स्थिति की समीक्षा की है. बाजार में पर्याप्त मात्रा में कैश है. बैंकों में भी पर्याप्त कैश है. कुछ जगहों पर किल्लत इसलिए हुई क्योंकि कुछ क्षेत्रों में अचानक मांग बढ़ गई है.''
Have reviewed the currency situation in the country. Over all there is more than adequate currency in circulation and also available with the Banks. The temporary shortage caused by ‘sudden and unusual increase’ in some areas is being tackled quickly.
— Arun Jaitley (@arunjaitley) April 17, 2018
एक-दो दिन में समस्या हल हो जाएगी: वित्त राज्यमंत्री वित्त मंत्री अरुण जेटली से पहले वित्त राज्यमंत्री शिव प्रताप शुक्ल ने कैश की किल्लत पर सरहकार का पक्ष रखा. उन्होंने कहा कि एक-दो दिन में हालात सामान्य हो जाएंगे. शिवप्रताप शुक्ल ने कहा, ''हमारे पास अभी सवा लाख करोड़ की कैश करेंसी है, इसमें कोई दिक्कत नहीं है. एक समस्या आई है जिसे हम स्वीकर करते हैं. कुछ राज्यों में पैसे अधिक हो गए हैं और कुछ में कम हो गए हैं. हमने इसके लिए राज्यवार कमेटी बनाई है. आरबीआई भी कमेटी बना रहा रहै. पैसा एक स्टेट से दूसरे स्टेट में ट्रांसफर करना पड़ेगा जिसके लिए आरबीआई की इजाजत जरूरी है. मुझे लगता है कि एक से दो दिन में हम इस समस्या को पूरा खत्म कर देंगे.''
कैश संकट पर आरबीआई का पक्ष? सूत्रों के हवाले से आरबीआई ने कहा है कि एक से दो दिन के भीतर हालात सामान्य हो जाएंगे. आरबीआई की ओर से यह भी बताया गया कि अचानक मांग बढ़ने से दिक्कत हुई. आरबीआई ने संकट के पीछे त्योहारी मांग को भी कारण माना है.
क्या कर रही हैं राज्य सरकारें? मध्य प्रदेश: कैश की किल्लत के पीछ मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस की साजिश की बताई है. कल सीहोर में एक सभा को संबोधित करते हुए शिवराज सिंह ने कहा, ''पंद्रह लाख करोड़ के नोट बाजार में थे और आज साढ़े सोलह लाख करोड़ के नोट छापकर बाजार में भेजे गए हैं. लेकिन दो दो हजार के नोट कहां जा रहे हैं ? कौन दबा कर रख रहा है? कौन कैश की कमी पैदा कर रहा है? ये दिक्कतें पैदा करने के लिए षडयंत्र है. सरकार भी सख्ती से कार्रवाई करेगी.''
गुजरात: कैश संकट को लेकर गुजरात से बड़ी खबर सामने आई है. गुजरात सरकार ने आरबीआई को कैश की किल्लत को लेकर आगाह किया था. वित्त मंत्री नितिन पटेल ने आरबीआई के रीजनल ऑफिस को इसकी जानकारी दी थी साथ ही कहा था कि बैंकों को और ज्यादा कैश दिया जाए. गुजरात सरकार की नसीहत को आरबीआई ने 'अनसुना' कर दिया.
उत्तर प्रदेश: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यालय को कल ही इस समस्या से जुड़ी कई शिकायतें मिली थीं. इसको लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज बैठक बुलाई है. यूपी के कई जिलों में कैश नहीं मिल रहा है. कहा जा रहा है कि सीएम योगी नकदी संकट को लेकर कल वित्त मंत्री अरुण जेटली को पत्र लिख सकते हैं.