आज AIIMS में हो सकता है अरुण जेटली का किडनी ट्रांसप्लांट
जेटली किडनी से जुड़ी बीमारी से जूझ रहे हैं. वह सोमवार से ऑफिस नहीं गए हैं. राज्यसभा के लिए दोबारा चुने जाने के बाद से वह अभी तक शपथ भी नहीं ले सके हैं.
नई दिल्ली: वित्तमंत्री अरुण जेटली को दिल्ली के एम्स में एक दिन की डॉक्टरों की देखरेख में रखा गया है. आज उनकी किडनी ट्रांसप्लांट के लिए ऑपरेशन किया जा सकता है. जेटली को एम्स में शुक्रवार की शाम भर्ती किया गया था. इस दौरान उनके ट्रीटमेंट से जुड़े कई टेस्ट किए गए. सूत्रों ने बताया कि किडनी ट्रांसप्लांट के मरीज को एक दिन की निगरानी में रखा जाना सामान्य प्रक्रिया है. उनका ऑपरेशन कल होने का अनुमान है.
जेटली किडनी से जुड़ी बीमारी से जूझ रहे हैं. वह सोमवार से ऑफिस नहीं गए हैं. राज्यसभा के लिए दोबारा चुने जाने के बाद से वह अभी तक शपथ भी नहीं ले सके हैं. सूत्रों ने बताया कि घर में ही नियंत्रित माहौल में रखे जाने के बाद केंद्रीय मंत्री को कल शाम एम्स ट्रांस्फर कर दिया गया था. उनका किडनी ट्रांसप्लांट आज होने वाला था. इसके लिए किडनी डोनेटर संबंधी सभी प्रक्रियाएं भी पूरी की जा चुकी हैं.
वित्तमंत्री ने दो दिन पहले ही ट्विटर पर अपनी बीमारी के बारे में जानकारी दी थी. वह अगले सप्ताह 10 वें भारत-ब्रिटेन आर्थिक एवं वित्तीय वार्ता में भाग लेने लंदन जाने वाले थे लेकिन उनकी यह यात्रा रद्द कर दी गई. उन्होंने ट्वीट किया था , ‘‘ मेरा गुर्दे से संबंधित समस्याओं तथा कुछ संक्रमणों का इलाज चल रहा है.’’
हालांकि उन्होंने बीमारी की विस्तृत जानकारी नहीं दी थी. उन्होंने कहा था, ‘‘अभी नियंत्रित माहौल में घर से ही काम कर रहा हूं. मेरा आगे का इलाज मेरे डॉक्टरों के परामर्श पर निर्भर करेगा. ’’
I am being treated for kidney related problems & certain infections that I have contracted. I am therefore currently working from controlled environment at home. The future course of my treatment would be determined by the doctors treating me.
— Arun Jaitley (@arunjaitley) April 5, 2018
जेटली का ऑपरेशन अपोलो हॉस्पिटल के किडनी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर संदीप गुलेरिया की देखरेख में किया जाने वाला है. डॉ संदीप एम्स के निदेशक और जेटली के पारिवारिक मित्र रणदीप गुलेरिया के भाई हैं.
जेटली का सितंबर 2014 में बैरिएट्रिक ऑपरेशन हुआ था. लंबे समय से डायबीटीज के कारण वजन बढ़ने की समस्या के निदान के लिए यह ऑपरेशन किया गया था. यह ऑपरेशन पहले मैक्स हॉस्पीटल में हुआ था पर बाद में कुछ दिक्कतें आने के कारण उन्हें एम्स ट्रांस्फर किया गया था. कुछ साल पहले उनके हर्ट का भी ऑपरेशन हुआ था.