India-China LAC Issue: अरुणाचल प्रदेश से चीन की सेना ने जिस भारतीय युवक को पकड़ा था, उसे उसके मां-बाप को सौंप दिया गया है. लेकिन उसके पिता का आरोप है कि उनके बेटे को पीठ पर मारा गया और उसे बिजली के झटके भी दिए गए. अब अरुणाचल प्रदेश से बीजेपी के सांसद तापिर गाओ ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार से इस पर ठोस कदम उठाने को कहा है.
उन्होंने कहा, मुझे खबर मिली है कि मीराम तारोन नाम के युवक को 27 जनवरी को चीनी सेना ने भारत को सौंप दिया. उसे चीनी सेना ने मारा और बिजली के झटके भी दिए. यह गंभीर मसला है और मैं सरकार से अनुरोध करता हूं कि वह इस मामले को संबंधित प्राधिकरण के सामने उठाए.
उन्होंने कहा, यह मामला सिर्फ मीराम तारोन तक ही सीमित नहीं है. सीमा पर घने जंगल हैं, जहां चीनी सेना हमारे लोगों को अगवा करती रहती है, जब वे शिकार या फिर सामान लाने जाते हैं. ऐसे मामले तब तक नहीं ठीक होंगे, जब तक सीमा विवाद नहीं सुलझेगा. बीजेपी सांसद ने आगे कहा, अरुणाचल प्रदेश के लोंगडिंग जिले से एक भूमिगत संगठन ने तीन मजदूरों का अपहरण कर लिया. इनमें से एक को रिहा कर दिया गया, लेकिन दो अभी भी कैद में हैं.
इससे पहले जिला उपायुक्त शाश्वत सौरभ ने बताया था कि भारतीय सेना ने सोमवार शाम को अपर सियांग जिले में तूतिंग में एक कार्यक्रम में मीराम तारोन को उसके माता-पिता से मिलाया. घर वापसी पर स्थानीय प्रशासन और पंचायत नेताओं ने उसका जोरदार स्वागत किया.
एलएसी के पास लुंगता जोर इलाके से 18 जनवरी को चीनी सेना ने मीराम (17) का उस समय अपहरण कर लिया था जब वह अपने दोस्त जॉनी यायिंग के साथ शिकार पर गया था. यायिंग किसी तरह घटनास्थल से भाग निकला और उसने प्राधिकारियों को इसकी जानकारी दी थी. चीनी सेना ने अन्जॉ जिले के किबितू में वाचा-दमाई केंद्र में 27 जनवरी को मीराम को भारतीय सेना को सौंपा था, जहां वह आइसोलेशन में रहा.
मीराम के पिता ओपांग तारोन ने आरोप लगाते हुए कहा था कि इस पूरी घटना ने उनके बेटे को डरा दिया है और वह मानसिक रूप से परेशान हो गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि चीन की जनमुक्ति सेना (पीएलए) के कब्जे में एक सप्ताह से अधिक समय तक रहने के दौरान उसे बांधा गया और उसकी आंखों पर भी पट्टियां बांधी गईं.
UP Assembly Election 2022: निर्मला सीतारमण के 'यूपी टाइप' बयान पर सियासी रार, प्रियंका बोलीं- ये प्रदेश के लोगों का अपमान
ओपांग तारोन ने कहा, 'वह अब भी सकते में है. उसे पीठ पर मारा गया और शुरुआत में बिजली के हल्के झटके दिए गए. ज्यादातर समय उसकी आंखों पर पट्टी बांधी गई और उसके हाथ बांधकर रखे गए. वे उसे तभी खोलते थे जब उसे भोजन करना होता था या शौच के लिए जाना होता था लेकिन उन्होंने उसे पर्याप्त भोजन दिया.' गौरतलब है कि सितंबर 2020 में पीएलए ने अरुणाचल प्रदेश के अपर सुबनसिरी जिले से पांच लड़कों का कथित तौर पर अपहरण कर लिया था तथा एक हफ्ते बाद उन्हें छोड़ा था. चीन के साथ अरुणाचल प्रदेश की 1,080 किलोमीटर की सीमा लगती है.