ईटानगर: अरुणाचल प्रदेश में कुल 596 प्राइमरी और सेकेंडरी स्कूल में एक भी बच्चा नहीं पढ़ रहा है. इस समस्या के चलते ये स्कूल बगैर कामकाज वाले हो गए हैं. मंगलवार को विधानसभा में यह जानकारी दी गई. शिक्षा मंत्री तबा तेदिर ने कहा कि विभाग को विभिन्न जिलों से ऐसे स्कूलों की सूची प्राप्त हो गई है.
इससे पहले बीते साल अगस्त में तैयार रिपोर्ट में कहा गया था कि बगैर कामकाज के प्राइमरी स्कूलों की संख्या 254 है जबकि सेकेंडरी स्कूलों की संख्या 19 है. बीजेपी के जम्बे ताशी के एक सवाल के जवाब में मंत्री ने कहा कि विभाग ऐसे स्कूलों को बंद करने जा रहा है.
बीजेपी के जंबे ताशी के एक सवाल का जवाब देते हुए, मंत्री ने कहा, "विभाग ऐसे गैर-कामकाजी स्कूलों को शून्य नामांकन के साथ बंद करने जा रहा है और कामकाजी स्कूलों को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करेगा."
बाद में, इन स्कूलों को कामकाजी बनाने के लिए प्रयास शुरू किए गए हैं या नहीं, इस सवाल पर टेडिर ने कहा, सरकार ने अधिकारियों से जांच करने के लिए कहा है कि क्या उन स्कूलों को कामकाजी बनाया जा सकता है. ताशी द्वारा उठाए गए एक पूरक प्रश्न के लिए, उन्होंने सदन को आश्वासन दिया कि क्या ऐसे संस्थानों को गैर-सरकारी संगठनों द्वारा चलाने की अनुमति दी जा सकती है.
टेडिर ने कहा कि विभाग ने ऐसे स्कूलों के लिए बनाई गई संपत्ति और बुनियादी ढांचे का उपयोग करने के लिए एक समिति का गठन किया है.