India First High Altitude Marathon: अरुणाचल प्रदेश के तवांग में रविवार 1 अक्टूबर को देश के पहले हाई एल्टीट्यूड मैराथन की शुरुआत हो गई है. केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू और अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने संयुक्त रूप से हरी झंडी दिखाकर इस अनोखे मैराथन को रवाना किया है. भारतीय सेना और अरुणाचल प्रदेश सरकार के संयुक्त आयोजन में हो रहे समुद्र तल से 10000 फीट की ऊंचाई की इस दौड़ में 2500 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया है.
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने इस आयोजन पर ख़ुशी ज़ाहिर करते हुए कहा "भारतीय सेना और अरुणाचल सरकार ने बहुत अच्छा सहयोग किया है.मुझे तवांग मैराथन में भाग लेने के लिए इतने सारे प्रतिभागियों को तवांग आते देखकर खुशी हो रही है."
अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने कहा, "पहली बार राज्य सरकार भारतीय सेना के साथ मिलकर यहां हाई एल्टीट्यूड मैराथन का आयोजन कर रही है. लगभग 2,500 धावकों ने आधिकारिक तौर पर भाग लिया है. देश भर से महिला प्रतिभागी आई हैं. यहां. तवांग मैराथन में सभी प्रतिभागियों को मेरी शुभकामनाएं।"
हाई एल्टिच्यूड पर मेडिकल की सुविधा प्राथमिकता
मैराथन के आयोजन का प्रमुख सेना के लेफ्टिनेंट जनरल मनीष एरी को बनाया गया है. शनिवार (30 सितंबर) को उन्होंने तैयारियों का जायजा लिया था. मनीष ने कहा था कि राज्य सरकार के शानदार सहयोग से यह मैराथन होने जा रहा है. लेफ्टिनेंट जनरल मनीष एरी ने कहा था कि हाई एल्टीट्यूड पर यह मैराथन हो रहा है. इसलिए चिकित्सा की सुविधाओं का खास तौर पर ख्याल रखा गया है. राज्य सरकार ने हर तरह की मदद की है.
पर्यटन को बढ़ावा देना है लक्ष्य
आपको बता दें कि इस मैराथन का प्राथमिक उद्देश्य साहसिक खेलों को बढ़ावा देना और एक मैराथन ट्रेल स्थापित करना है जो राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देगा. अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने तवांग की लुभावनी प्राकृतिक सुंदरता और प्राचीन घाटियों के पर्यटन पर जोर देते हुए जून में आधिकारिक तौर पर मैराथन की घोषणा की थी, और पहले प्रतिभागी के रूप में पंजीकरण भी करा लिया था.
तवांग मैराथन में पूर्ण मैराथन, हाफ-मैराथन, 10 किमी और 5 किमी दौड़ सहित विभिन्न खंड शामिल हैं. विशेष रूप से, इस आयोजन में भारतीय सेना, नौसेना,वायु सेना, आईटीबीपी और एसएसबी जैसे प्रमुख केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के जवानों ने भाग लिया है.