नई दिल्लीः मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और दिल्ली बीजेपी प्रमुख मनोज तिवारी एनआरसी के मुद्दे पर आमने-सामने आ गए हैं. सीएम केजरीवाल ने मनोज तिवारी पर तंज कसते हुए कहा कि यदि यहां नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन्स (एनआरसी) लागू हुआ तो सबसे पहले उन्हें (तिवारी को) ही शहर छोड़ना पड़ेगा. बता दें कि मनोज तिवारी ने कई मौकों पर यह मांग की है कि असम की तरह दिल्ली में भी एनआरसी को लागू किया जाना चाहिए.
केजरीवाल ने ये बात एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कही. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि, ‘यदि दिल्ली में एनआरसी लागू हुई तो सबसे पहले मनोज तिवारी को दिल्ली छोड़ना पड़ जाएगा. ’
#WATCH Delhi CM on being asked 'Manoj Tiwari said infiltrators are responsible for attack on a journalist so NRC should be implemented in Delhi': If NRC (National Register of Citizens) is implemented in Delhi then Manoj Tiwari will be the first one who will have to leave Delhi. pic.twitter.com/BCQBR268cU
— ANI (@ANI) September 25, 2019
पिछले महीने ही मनोज तिवारी ने कहा था कि बांग्लादेशी और रोहिंग्या सहित अवैध प्रवासियों की बड़ी संख्या में मौजूदगी के चलते दिल्ली में स्थिति ‘खतरनाक’ हो गई है क्योंकि इन लोगों को आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त पाया गया है.
इसके बाद मनोज तिवारी ने भी इस बात का जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि मैं दिल्ली के सीएम से सवाल पूछना चाहता हूं कि क्या वो ये कहना चाहते हैं कि पूर्वांचल से आए किसी व्यक्ति को वो अवैध घुसपैठिया मानते हैं जिसे वो बाहर कर देना चाहते हैं. इसके अलावा उन्होंने ये भी कहा कि क्या सीएम मानते हैं कि अन्य राज्यों से दिल्ली आए लोगों को वो विदेशी मानते हैं? क्या आप उन्हें दिल्ली से बाहर कर देना चाहते हैं? तो आप भी उन्हीं में से एक हैं. अगर ये उनकी मंशा है तो मुझे लगता है कि वो अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं. ये कैसे संभव है कि एक आईआरएस अधिकारी को ये न पता हो कि एनआरसी क्या है?
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