'...अब I.N.D.I.A. गठबंधन है', अरविंद केजरीवाल का अहम बयान, AAP कार्यकर्ताओं को दी ये हिदायत
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पार्टी कार्यकर्ताओं को घर-घर जाकर अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से महंगाई, बेरोजगार और भ्रष्टाचार को लेकर बात करने को कहा है.
Arvind Kejriwal On I.N.D.I.A Alliance: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी ने देश की तरक्की के लिए एक काम नहीं किया. उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सोमवार (23 अक्टूबर) को कहा कि लोग इंडिया अलायंस को बीजेपी के विकल्प के रूप में देखते हैं.
उन्होंने कहा, ''आज देश के सामने तीन परेशानियां हैं. इनमें महंगाई, बेरोजगार और भ्रष्टाचार शामिल हैं और सरकार के पास इनका कोई जवाब नहीं है. उन्होंने लोगों से निवेदन करते हुए कहा कि अब हमें खूब मेहनत करनी पड़ेगी.''
'इंडिया अलायंस को विकल्प की तरह देख रहे हैं लोग'
सीएम केजरीवाल ने कहा, "पहले लोग कहते थे कि कोई विकल्प नहीं है, लेकिन अब इंडिया अलायंस को सब विकल्प की तरह देख रहे हैं, जब से इंडिया अलायंस बना है, मेरे पास बहुत मैसेज आए कि अगर इंडिया गठबंधन टिक गया, जो कि टिकेगा तो 2024 में इनकी (बीजेपी) सरकार नहीं बनेगी."
💥 अंधभक्तों से मत उलझना
— AAP (@AamAadmiParty) October 23, 2023
जो अंधभक्त है वो देशभक्त हो नहीं सकता 💥
तरक्की पर एक काम नहीं किया, आज देश के सामने 3 परेशानियां हैं
महंगाई — बेरोजगारी — भ्रष्टाचार
पहले लोग कहते थे विकल्प नहीं है, अब INDIA Alliance है।
अपने अपने परिवार का सोचो, इनको भगाओ।
—CM @ArvindKejriwal pic.twitter.com/I7hyjJqCpN
'घर-घर जाकर लोगों से करें बात'
मुख्यमंत्री ने कहा, "आप लोगों की यह जिम्मेदारी है कि एक-एक घर में जाकर अपने-अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से अपनी कॉलोनी के लोगों से बात करो कि अगर तरक्की चाहते हो और अपने परिवार का भला चाहते हो तो इस बार इन्हें (बीजेपी) भगाओ."
अंधभक्तों से दूर रहने की सलाह
इस बीच अरविंद केजरीवाल ने लोगों से अंधभक्तों (बीजेपी कार्यकर्ताओं) से न उलझने की सलाह दी. उन्होंने कहा, "आपको एक बात का ख्याल रखना है कि अंधभक्तों से मत उलझना, देशभक्तों से बात करना, जो देश भक्त है वह आपकी बात सुनेगा."
उन्होंने दावा किया, "अंधभक्त को देश से कोई लेना-देना नहीं है. उसे सिर्फ एक आदमी से प्यार है. दो मिनट में पता चल जाता है कि कौन अंधभक्त है और कौन देशभक्त है. जो अंधभक्त है, वह देशभक्त नहीं हो सकता और जो देशभक्त है वह अंधभक्त नहीं हो सकता. दोनों अलग-अलग जातियां है. इसलिए अंधभक्तों से बिल्कुल मत उलझना. वह आपकी बात नहीं मानेंगे."
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