नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को बहस के लिए चुनौती दे दी है. अरविंद केजरीवाल ने कहा, "बीजेपी के पास मुख्यमंत्री के लिए कोई चेहरा ही नहीं है. अमित शाह कह रहे हैं कि दिल्ली के लोग बीजेपी को वोट दें और फिर वो फैसला करेंगे कि मुख्यमंत्री कौन बनेगा. दिल्ली की जनता उन्हें ऐसे ब्लैंक चेक लिख कर नहीं दे सकती. इसलिए मैं अमित शाह को हर मुद्दे पर डिबेट के लिए आमंत्रित करता हूं. अमित शाह जब कहें, जहां कहें, मैं दिल्ली की जनता के सामने उनके साथ हर मुद्दे पर डिबेट करने के लिए तैयार हूं."


मंगलवार को अरविंद केजरीवाल ने पार्टी का घोषणापत्र जारी करते हुए अमित शाह को चुनौती दी थी कि वो दिल्ली में बीजेपी के मुख्यमंत्री उम्मीदवार का नाम घोषित करें और फिर दोनों पार्टियों के घोषणापत्र पर बहस होगी. अरविंद केजरीवाल ने कहा, "कल मैंने कहा था कि दोनों पार्टियों के मेनिफेस्टो आ चुके हैं, तो बीजेपी अपना मुख्यमंत्री का कैंडिडेट बताए ताकि बहस हो सके, लेकिन बीजेपी ने कैंडिडेट घोषित नहीं किया. इससे जाहिर होता है कि उनके पास कोई सीएम कैंडिडेट ही नहीं है."


बीजेपी के मुख्यमंत्री के चेहरे पर निशाना साधते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा, "अमित शाह अपने मुख्यमंत्री पद के किसी एक दावेदार का नाम नहीं बताना चाहते, तो संभावित प्रत्याशियों का ही नाम बता दें. क्या विजय गोयल मुख्यमंत्री पद की दावेदारी में हैं, या मनोज तिवारी, हर्षवर्धन, स्मृति ईरानी मुख्यमंत्री पद की दावेदारी में हैं? जनता जब वोट देने जाए तो किसका चेहरा अपने सामने रखे. दिल्ली की जनता ऐसे सैकड़ों सवालों के जवाब जानना चाहती है. मैं खुले मन से अमित शाह को डिबेट के लिए आमंत्रित कर रहा हूं."


शाहीन बाग में गोली चलाने के आरोपी कपिल गुर्जर के आम आदमी पार्टी के सदस्य होने के विवाद पर अरविंद केजरीवाल ने कहा, "मुझे नहीं पता कि वो किस पार्टी का है. वो जिस पार्टी का भी है, उसे कड़ी से कड़ी सजा दो और अगर आम आदमी पार्टी से कोई संबंध निकल कर आता है तो 10 साल की जगह 20 साल की सजा दो."


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