Arvind Kejriwal Arrested: दिल्ली की शराब नीति मामले में आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार (21 मार्च) की देर शाम गिरफ्तार कर लिया. जांच एजेंसी का कहना है कि शराब नीति 2021-22 (जोकि अब खत्म कर चुकी है) को लागू कराने के लिए दक्षिण के व्यापारियों और राजनेताओं के एक ग्रुप की ओर से आम आदमी पार्टी को कथित तौर पर 100 करोड़ की रिश्वत देने के सबूत मिले हैं. इस मामले में सीएम केजरीवाल से पूछताछ करने के बाद गिरफ्तारी की गई. सीएम केजरीवाल ऐसे चौथे हाई प्रोफाइल नेता हैं, जोकि इस मामले में गिरफ्तार हुए हैं.
दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 मामले में सीएम केजरीवाल से पहले ईडी पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया, राज्यसभा सांसद संजय सिंह और भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की वरिष्ठ नेता के कविता को गिरफ्तार कर चुकी हैं. ईडी ने मनीष सिसोदिया को 26 फरवरी, 2023 को इस मामले में गिरफ्तार किया था. वहीं, सांसद संजय सिंह को 4 अक्टूबर, 2023 और के कविता को 15 मार्च, 2024 को अरेस्ट किया गया था.
साउथ ग्रुप को आवंटित हुए थे 32 में से 9 जोन
ईडी ने दावा किया है कि दिल्ली की आबकारी नीति में गिरफ्तार इन सभी हाई प्रोफाइल नेताओं के साथ अन्य पॉलिटिकल लीडर्स ने साजिश रची थी. साउथ के एक ग्रुप जिसमें व्यवसायी सरथ रेड्डी, मगुंटा श्रीनिवासुलु रेड्डी और के कविता शामिल थीं. इस ग्रुप में दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया भी थे. इस ग्रुप को प्रतिनिधित्व अरुण पिल्लई, अभिषेक बोइनपल्ली और बुची बाबू ने किया था. दिल्ली की आबकारी नीति 2021-22 के तहत इस साउथ ग्रुप को 32 में से 9 जोन आवंटित किए गए थे.
बीआरएस नेता के कविता ने निभाई थी बिचौलिया की भूमिका
इस नीति को थोक विक्रेताओं के लिए असाधारण रूप से 12 फीसदी प्रॉफिट मार्जिन और खुदरा विक्रेताओं के लिए करीब 185 फीसदी लाभ मार्जिन के साथ लाया गया था. ईडी ने आरोप लगाया है कि साजिश के तहत 12 फीसदी मार्जिन में से 6 प्रतिशत थोक विक्रेताओं से आम आदमी पार्टी के नेताओं को कथित रिश्वत के तौर पर वापस वसूल किया जाना था. इस 100 करोड़ के कथित लेनदेन के मामले में बीआरएस नेता के कविता ने बिचौलिया की भूमिका निभाई थी.
प्रवर्तन निदेशालय की ओर से यह भी दावा किया गया है कि साउथ ग्रुप ने आम आदमी पार्टी के नेता विजय नायर को करीब 100 करोड़ रुपए की रिश्वत एडवांस में दी थी. विजय नायर आम आदमी पार्टी के नेताओं की ओर से इस पूरी योजना और साजिश को मैनेज कर रहे थे.
समीर महेंद्रू ने सीएम पर लगाए थे गंभीर आरोप
ईडी ने व्यवसायी समीर महेंद्रू के बयान का हवाला देते हुए कहा कि यह आबकारी नीति केजरीवाल के 'दिमाग की उपज' थी. ऐसा कहा गया है कि जब दिल्ली सरकार में नायर के दबदबे को सत्यापित करने के लिए महेंद्रू ने उनको केजरीवाल से मुलाकात कराने के लिए कहा, तो नायर ने सीएम के साथ फेसटाइम कॉल की व्यवस्था की थी. ईडी ने दावा किया है कि केजरीवाल ने इस वीडियो कॉल के दौरान महेंद्रू से कहा कि विजय उनका लड़का है और उन्हें उस पर भरोसा करना चाहिए.
सिसोदिया के सचिव ने किए थे कई बड़े खुलासे
ईडी ने 7 दिसंबर, 2022 को पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के तत्कालीन सचिव सी अरविंद के बयान दर्ज किए थे. सी अरविंद ने इस नीति को लेकर कई बड़े खुलासे भी किए थे. ईडी को बताया कि मार्च 2021 के मध्य से पहले मंत्रियों के समूह (GoM) की मीटिंग्स में होलसेल लिकर बिजनेस को प्राईवेट कंपननीज को सौंपने के बारे में कोई चर्चा नहीं हुई थी, जिसमें मनीष सिसोदिया, सत्येन्द्र जैन और कैलाश गहलोत शामिल रहे थे.
आम आदमी पार्टी के इन नेताओं पर रिश्वत लेने के आरोप
पार्टी के अलावा, आरोप पत्र में यह भी कहा गया है कि "आम आदमी पार्टी के कुछ नेताओं ने भी अपराध की आय से व्यक्तिगत रूप से लाभ उठाया. ईडी ने दावा किया कि सिसोदिया को 2.2 करोड़ रुपये की कथित रिश्वत मिली थी, जबकि संजय सिंह को कथित तौर पर 2 करोड़ रुपये और विजय नायर को कथित रूप से 1.5 करोड़ रुपये मिले थे. हालांकि, ईडी या केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की ओर से अभी तक इस तरह के अपराध की किसी भी आय को सीधे तौर पर केजरीवाल से नहीं जोड़ा गया है.
गिरफ्तारी से पहले सीएम को दिए गए 9 समन
गुरुवार को केजरीवाल को गिरफ्तार करने से पहले ईडी की ओर से दिल्ली के सीएम को 2 नवंबर, 22 दिसंबर, 3 जनवरी, 18 जनवरी, 2 फरवरी, 19 फरवरी, 27 फरवरी, 4 मार्च और 21 मार्च को 9 समन जारी किए थे. इन सभी को सीएम केजरीवाल ने अवैध और राजनीति से प्रेरित बताया था.
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