कोरोना से जुड़ी दवाइयों की कालाबाजारी पर केजरीवाल सरकार सख्त, सप्लाई सिस्टम को लेकर उठाया कदम
कोरोना के मामले बढ़ने के साथ ही रेमेडेसिविर, टोसीलिजुमाब इंजेक्शन और फेविपिरावीर टैबलेट सहित कई दवाओं और इंजेक्शनों की मांग भी बढ़ गई है. इसके मद्देनजर दिल्ली सरकार ने अधिक से अधिक संख्या में जिलों के लिए ड्रग कंट्रोल रूम स्थापित करने के निर्देश दिए हैं.
नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना से हाहाकार मचा हुआ है. इस बीच ऐसी कई खबरें सामने आईं, जिसमें कहा गया कि कुछ लोग कोरोना काल में भी कोविड 19 से जुड़ी दवाइयों की कालाबाज़ारी कर रहे हैं. इसी को देखते हुए दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने दवाइयों की आपूर्ति अपने हाथों में ले ली है. केजरीवाल सरकार ने दवाओं की कालाबाजारी और जमाखोरी रोकने के लिए ये कदम उठाए हैं.
ज़रूरी दवाओं पर नजर रखने के लिए बनाया कंट्रोल रूम
कोरोना के मामले बढ़ने के साथ ही रेमेडेसिविर, टोसीलिजुमाब इंजेक्शन और फेविपिरावीर टैबलेट सहित कई दवाओं और इंजेक्शनों की मांग भी बढ़ गई है. इसके मद्देनजर दिल्ली सरकार ने अधिक से अधिक संख्या में जिलों के लिए ड्रग कंट्रोल रूम स्थापित करने के निर्देश दिए हैं. जिनके लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है. इसके अलावा 29 रेमडेसिविर वितरकों और स्टॉकिस्टों की एक सूची जारी की गई है. इन वितरकों की निगरानी और निरीक्षण ड्रग निरीक्षकों द्वारा की जाएगी. खरीद प्रक्रिया के साथ अब ये सुनिश्चित किया जाएगा कि डीलरों द्वारा प्राप्त आपूर्ति, रिकॉर्ड में दर्ज हो.
अधिकारी ऑक्सीजन की खरीद और वितरण पर रखेंगे नजर
दिल्ली सरकार द्वारा ऑक्सीजन फिलिंग संयंत्रों, मेडिकल ऑक्सीजन सिलेंडर और लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (एलएमओ) आपूर्तिकर्ताओं के लिए 9 अधिकारियों की तैनाती की गई है. ये अधिकारी, फिलर (भराव) एजेंसी द्वारा खरीद प्रक्रिया, और पीएफ मेडिकल ऑक्सीजन की देख रेख करेंगे. सुनिश्चित करेंगे कि प्राप्त ऑक्सीजन की मात्रा दर्ज की जाए और ठीक से पंजीकृत की जाए. आदेश में कहा गया है कि प्रत्येक अधिकारी को इस बारे में रोजाना एक रिपोर्ट विशेष ड्यूटी अधिकारी को देनी होगी.
ड्रग इंस्पेक्टर दवाओं और स्टॉक की करेंगे निगरानी
सभी ड्रग इंस्पेक्टरों को निर्देशित किया गया है कि टॉकिलिजुमाब इंजेक्शन, फेविपिराविर टैबलेट्स की बिक्री और स्टॉक की स्थिति की निगरानी करें. ऐसे में 29 रेमडेसिविर वितरकों और स्टॉकिस्ट की निगरानी ड्रग इंस्पेक्टरों द्वारा की जाएगी. इसके अलावा अन्य दवाओं का इस्तेमाल कोविड में ठीक तरह से किया जाए, इसकी जिम्मेदारी भी ड्रग इंस्पेक्टरों को सौंपी गई है.
आम लोगों के लिए बनाया गया नियंत्रण कक्ष
कोविड दवाओं की भारी कमी के कारण केजरीवाल सरकार के औषधि नियंत्रण विभाग ने नई पहल की है. आम जनता को सुविधा हो इसके लिए नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है. जहां से दवाओं से जुड़ी सभी जानकारियां मिल सकेंगी.