(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
केजरीवाल सरकार लॉन्च करेगी ऑनलाइन 'दिल्ली बाजार', CM बोले- पूरी दुनिया जान सकेगी कि दिल्ली में क्या बनता है?
रविवार को दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के व्यापारियों के साथ डिजिटल संवाद किया. व्यापारियों ने मुख्यमंत्री के सामने अपने सुझाव भी रखे.
नई दिल्ली: कोरोना संकट और लॉकडाउन के चलते व्यापार में मंदी की मार झेल रहे व्यापारियों से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल में रविवार को डिजिटल संवाद किया. इस संवाद के दौरान दिल्ली के व्यापारियों ने अर्थव्यवस्था को गति देने के संबंध में मुख्यमंत्री से बातचीत की और अपने सुझाव भी उनके सामने रखे.
संवाद के दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के व्यापारियों के लिए दिल्ली सरकार ऑनलाइन 'दिल्ली बाजार' लॉन्च करेगी. इससे पूरी दुनिया जान सकेगी कि दिल्ली में क्या माल बनता या बिकता है. इसके ज़रिये दिल्ली का बाजार एक पोर्टल के उपर आ जाएगा, जिसमें इंडस्ट्री और मार्केट वाले आएंगे और अपने प्रोडक्ट को प्रमोट कर सकेंगे, जिसे पूरी दुनिया के लोग देख सकते हैं.
इसके साथ ही दिल्ली के बाजारों के ज़िक्र करते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा, "दिल्ली के बाज़ार अंतरराष्ट्रीय मानकों के होने चाहिए. हमने चांदनी चौक का ट्रायल आधार पर पुर्नविकास किया है. इसी तर्ज पर बाकी मार्केट और दिल्ली की सभी सड़कों को भी खूबसूरत बनाएंगे. सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली की अर्थ व्यवस्था को गति देने के लिए दिल्ली सरकार ने डीजल के दाम कम किए और रोजगार बाजार पोर्टल शुरू करने के साथ कई सारे कदम उठाए हैं."
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, "हम सभी के लिए पिछला पांच-छह महीना बहुत ही मुश्किल भरा गुजरा है. पूरा देश और पूरी दुनिया इस समय कोरोना महामारी से जूझ रही है. इस बीमारी को नियंत्रित करना सबसे महत्वपूर्ण हैै ताकि किसी को यह बीमारी न हो और लोगों की मौतें न हो. दूसरी तरफ, कोरोना की वजह से लोगों की जिंदगी, लोगों के व्यापारी, लोगों की नौकरी, जो अस्त व्यस्त हो गई हैं, उनको पटरी पर लेकर आना है. मुझे खुशी है कि दिल्ली में कोरोना की स्थिति आज काफी ज्यादा नियंत्रण में आ चुकी है. जून के महीने में 15-20 दिन के लिए स्थिति थोड़ी चिंता जनक हो गई थी. लेकिन अब दिल्ली के दो करोड़ लोगों, सभी संस्थाओं, केंद्र सरकार, धार्मिक व सामाजिक संस्थाओं की मदद से कोरोना को नियंत्रित करने में कामयाबी मिली है. इस दौरान व्यापारियों ने हमारी मदद की और हम इसके लिए सभी व्यापारियों का धन्यवाद करते हैं. लाॅकडाउन के दौरान व्यापारियों ने गरीबों को खूब खाना बांटा. कई हंगर केंद्रों पर भी व्यापारियों ने मदद की. दिल्ली के दो करोड़ लोग, हम सभी एक परिवार की तरह हैं. हमारा यह दो करोड़ लोगों का एक परिवार है. इस परिवार ने मिल कर जिस तरह से दिल्ली में काम किया, वह काफी काबिले तारीफ है और दिल्ली माॅडल की चर्चा आज देश और विदेश में हो रही है."
अरविंद केजरीवाल ने व्यापारियों को बताया कि पिछले सप्ताह मैंने इंडस्ट्री के लोगों से वर्चुअल मीटिंग की थी. उन्होंने भी बहुत अच्छे-अच्छे सुझाव दिए थे. कुछ लोगों ने बाद में लिख कर भी कई सुझाव दिए थे. मैं उनके उपर पर काम कर रहा हूं और आने वाले दिनों में कुछ बड़ी घोषणाएं भी होने वाली हैं. हमारे वित्त मंत्री मनीष सिसोदिया जीएसटी काउंसिल की मीटिंग में पहले व्यापारियों से सलाह करके जाते हैं. मुझे नहीं लगता है कि किसी भी राज्य के वित्त मंत्री जीएसटी काउंसिल की मीटिंग में अपने व्यापारियों से चर्चा करके जाते होंगे.
स्टार्टअप पाॅलिसी पर भी सीएम ने लोगों से सुझाव मांगे. केजरीवाल ने कहा "हम लोगों ने एक स्टार्टअप पाॅलिसी पब्लिक डोमेन में डाली है, उस पर भी हम लोगों ने सुझाव मांगे है. यदि नए बिजनेस शुरू करने हों, तो उसमें आप लोग अपने सुझाव दे सकते हैं. इसके अलावा, हमने रोजगार बाजार पोर्टल शुरू किया. यह एक ऐसी पहल है, जिसका बहुत ज्यादा रिस्पांस आ रहा है. इस पोर्टल पर नौकरी देने वाले भी हैं और नौकरी लेने वाले भी हैं. हम लोगों ने रोजगार बाजार जब शुरू किया था, तब उम्मीद नहीं थी कि इतना ज्यादा रिस्पांस आएगा. मुझे खुशी है कि आज इसमें लगभग 8.5 से 9 हजार कंपनियां पंजीकरण कर चुकी हैं और उन्होंने लाखों वैकेंसी डाली हैं और दूसरी तरफ जाॅब के लिए लाखों लोग आवेदन भी कर रहे हैं."
केजरीवाल ने कहा, "जब मैने व्यापारियों के साथ बैठक करने की घोषण की, तो कई लोगों के हमारे पास लिखित सुझाव भी आए थे. उसमें एक सुझाव आया कि आत्मनिर्भर भारत की जो लोन देने की योजना है, उसके तहत आवेदन करने और लोन लेने में लोगों को दिक्कत आ रही है. हम निर्धारित बैंकों के साथ बात करेंगे और उसमें जो भी दिक्कत आ रही है, उन दिक्कतों को दूर करने की कोशिश करेंगे. बैंक के साथ बात करके इस प्रक्रिया को सरल करने की कोशिश करेंगे."