Punjab Election 2022: दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी पर निशाना साधते हुए कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति (एससी) से हैं और अपने समुदाय के लोगों से उन्हें वोट देने के लिए कह रहे हैं. मैं एससी समुदाय से नहीं हूं लेकिन मैं आपके परिवार से आता हूं. मैं आपकी मदद करने को तैयार हूं लेकिन चन्नी साहब वोट बटोरने के लिए सिर्फ अपना दलित कार्ड खेल रहे हैं.


केजरीवाल ने अपने पंजाब के दौरे पर कहा कि उनके पास अनुसूचित जाति के लोगों के लिए 5 वादे हैं. उन्होंने अपनी जनसभा में बाबा साहब अंबेडकर का जिक्र करते हुए कहा कि बाबा साहब के पास 64 मास्टर्स और दो डॉक्टरेट की डिग्री भी उनके पास थी. उन्होंने कहा कि वह बाबा साहब के सपने को साकार करने के लिए सभी दलित बच्चों को फ्री में अच्छी शिक्षा मुहैया करवाएंगे. जिससे उनके बच्चे पढ़ लिख कर आगे बढ़ सकें.


दिल्ली के सीएम केजरीवाल का दलित समाज से 5 वादा ? 



  • सभी बच्चों को मुफ्त शिक्षा

  • IAS/IIT और मेडिकल की तैयारी

  • कॉलेज के छात्रों के लिए मुफ्त विदेशी शिक्षा,

  • मुफ्त मेडिकल सेवा

  • 18 साल से ऊपर की महिलाओं के लिए 1000 रुपये प्रति माह


अरविंद केजरीवाल ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि वह दलित बच्चों की कोचिंग का खर्च भी उठाएंगे. दिल्ली के सीएम ने कहा,''पंजाब में हमारी सरकार बनती है तो SC (अनुसूचित जाति) भाईचारे के एक-एक बच्चे को अच्छी से अच्छी शिक्षा फ्री में देंगे. अगर SC भाईचारे का कोई भी बच्चा कोचिंग करना चाहता है तो उसकी सारी फीस पंजाब सरकार देगी.''


वहीं, केजरीवाल ने महिलाओं को 1 हजार रुपये प्रति महीना देने का वादा एक बार फिर दोहराया. आप संयोजक ने कहा, “आपके परिवार में कोई भी बीमार होगा, सारा खर्च पंजाब सरकार देगी. हर महिला को 1000 रुपये हर महीने पंजाब सरकार देगी.'' केजरीवाल का कहना है कि उनकी नियत बिल्कुल साफ है और उनकी पार्टी की सरकार बनने पर वह हर वादे को पूरा करेंगे.


वहीं सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस के अलावा पंजाब की पुरानी पार्टी शिरोमणि अकाली दल (शिअद) भी आप के वादों पर सवाल उठा रही है. इन दलों का कहना है कि  केजरीवाल को ये सब वादे पहले दिल्ली में लागू करने चाहिए जहां अभी उनकी पार्टी की सरकार है.


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