Election 2024 Survey: 5 महीने में कैसे राहुल गांधी की जगह छीन ले गए केजरीवाल, पढ़ें दो हस्तियों की कहानी दो सर्वे की जुबानी
Rahul Gandhi V/S Arvind Kejriwal: राजनीति की बात होती है तो लोगों के सामने हमेशा ही एक प्रश्न होता है नरेंद्र मोदी के बाद दूसरा बड़ा नेता कौन? आइये इसी सवाल का जवाब ढूंढते हैं.
Election Survey: इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव ये बताएंगे कि साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए हवा का रुख किस ओर है. राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा पूरी हो चुकी है, इसके बाद भी उन्होंने अपनी दाढ़ी नहीं कटवाई है. हो सकता है कि वो अपनी इस यात्रा की याद ताजा रखना चाहते हों लेकिन उनकी इस यात्रा से जमीनी स्तर पर क्या कुछ बदलाव आया है? चुनाव को लेकर हुए सर्वे के नतीजे जस के तस हैं और यहां तक कि राहुल गांधी के सामने अरविंद केजरीवाल ज्यादा लोकप्रिय नजर आ रहे हैं.
बीजेपी को हराने के लिए विपक्ष एकजुट होने की कोशिश में लगा हुआ है. हालांकि, विपक्ष में एकता तो दूर की बात, फिलहाल फूट ज्यादा दिखाई दे रही है. विपक्ष की अगर बात करें तो पीएम नरेंद्र मोदी को टक्कर देने के मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ज्यादा असरदार हैं. वहीं, राहुल गांधी केजरीवाल के सामने अपनी जमीन खोते दिख रहे हैं. यहां पर दो सर्वे की बात करेंगे, जिसमें एबीपी के लिए सी-वोटर का सर्वे और टीवी टुडे के लिए सी-वोटर का सर्वे.
केजरीवाल के सामने कहां खड़े राहुल गांधी?
यहां पर दोनों सर्वे की बात की जाए तो एबीपी सी-वोटर के सर्वे में सवाल था कि साल 2024 में अरविंद केजरीवाल को मोदी के लिए कितनी चुनौती मानते हैं? यहां पर 63 प्रतिशत लोगों ने 'हां' में जवाब दिया तो 37 प्रतिशत 'नहीं' में. वहीं, राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी की बात की जाए तो यहां पर सवाल था कि कितने प्रतिशत लोग मानते हैं कि गांधी परिवार के बाहर से कांग्रेस पार्टी का अध्यक्ष बनने से पार्टी को फायदा होगा? इसमें 64 प्रतिशत लोगों ने माना कि फायदा होगा और 36 प्रतिशत लोगों ने ये माना कि नुकसान होगा. यहां तक कि इस सर्वे में लोगों ने ये भी माना है कि नीतीश कुमार के मुकाबले अरविंद केजरीवाल बेहतर पीएम विकल्प होंगे.
इसके अलावा, इंडिया टुडे के लिए सी-वोटर के सर्वे की अगर बात करें तो यहां पर भी राहुल गांधी को लेकर लोगों में एक्साइटमेंट नहीं दिखी है. 'भारत जोड़ो यात्रा' को लेकर लोगों के ओपिनियन में सामने आया है कि 37 प्रतिशत लोगों का मानना है कि इस यात्रा से हाइफ तो बना है लेकिन चुनाव नहीं जीत सकते. 29 प्रतिशत लोग मानते हैं कि लोगों से जुड़ने के लिए अच्छी पहल है. 13 प्रतिशत लोग मानते हैं कि राहुल गांधी को फिर से लॉन्च करने के लिए इस यात्रा का सहारा लिया गया है और 9 प्रतिशत लोग मानते हैं कि इस यात्रा से कोई असर नहीं होने वाला.
राहुल गांधी के सामने अरविंद केजरीवाल इस सर्वे में भी बाजी मारते दिख रहे हैं. इंडिया टुडे और सी-वोटर के सर्वे के मुताबिक, विपक्ष का नेतृत्व करने के लिए सबसे अच्छा उम्मीदवार कौन होगा तो 24 प्रतिशत लोगों का मानना है कि अरविंद केजरीवाल, 20 प्रतिशत लोग ममता बनर्जी के साथ दिखे तो राहुल गांधी को सिर्फ 13 प्रतिशत लोगों का साथ मिला. ये सर्वे जनवरी 2023 का बताया गया. वहीं, अगस्त 2022 के सर्वे को देखें तो 27 प्रतिशत लोग अरविंद केजरीवाल के साथ, 20 प्रतिशत लोग ममता बनर्जी और 13 प्रतिशत राहुल गांधी के साथ दिखे. जनवरी 2021 में इसी सर्वे में 17 प्रतिशत लोग ममता बनर्जी, 16 प्रतिशत लोग अरविंद केजरीवाल और 11 प्रतिशत लोग राहुल गांधी के साथ दिखे थे.
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