Arvind Kejriwal Resign: अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद से बीते रोज मंगलवार को इस्तीफा दे दिया. सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद उनको सारी सुख सुविधाएं त्यागनी होगी. यहां तक की अरविंद केजरीवाल अपना सरकारी आवास भी छोड़ देंगे. बता दें कि बीते रोज (17 सितंबर) को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना को अपना इस्तीफा सौंपा था. 


इस्तीफा देने के बाद सवाल यह है कि जो सरकारी सुख सुविधा अरविंद केजरीवाल को मिल रही थीं, क्या अब वह उन्हें मिल पाएगी? तो आपको बता दें कि अरविंद केजरीवाल ने इस्तीफे के ऐलान के साथ-साथ यह भी कहा था कि वह 15 दिन के अंदर सीएम आवास को खाली कर देंगे. 


जिस बंगले में रहते हैं उसी को मिलता है सरकारी आवास का दर्जा


दरअसल, यह एक प्रोटोकॉल का हिस्सा होता है कि इस्तीफा देने वाले मुख्यमंत्री को अपना सरकारी आवास 15 दिन के भीतर खाली करना पड़ता है. खास बात यह भी बता दें कि दिल्ली के मुख्यमंत्री के लिए अलग से कोई सरकारी आवास नहीं बनाया गया है. वह जिस घर या बंगले में रहते हैं, उसे ही सीएम आवास का दर्जा मिलता है.


अब नहीं मिलेगा कोई भत्ता


न केवल सरकारी आवास बल्कि मुख्यमंत्री के तौर पर मिलने वाली सैलरी में भी कटौती होगी. इसी के साथ-साथ अन्य भत्तों में भी कटौती की जाएगी. बता दें कि दिल्ली के मुख्यमंत्री को निर्वाचन भत्ता, सचिवालय भत्ता, गेस्ट खर्च के लिए 10 हजार रुपए, प्रतिदिन खर्च के लिए 1500 रुपए की राशि मिलती है. ऐसे में अरविंद केजरीवाल इन सभी भत्तों से वंचित हो जाएंगे.
 
कब तक सीएम बनी रहेंगी आतिशी 


अरविंद केजरीवाल के इस्तीफा देने के बाद अब नई मुख्यमंत्री आतिशी मार्लेना बनेंगी. बीते रोज मंगलवार को सर्वसम्मति के बाद आम आदमी पार्टी ने आतिशी के नाम पर मोहर लगा दी है. खुद अरविंद केजरीवाल ने ही आतिशी के नाम का प्रस्ताव रखा था. यानी कि जब तक अगला चुनाव नहीं हो जाता तब तक वह मुख्यमंत्री पद पर बनी रहेंगी. अगले साल 2025 की फरवरी में दिल्ली में विधानसभा चुनाव होंगे.


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