नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हुई हिंसा में अब तक 24 लोगों की मौत हो चुकी है. दिल्ली के हालात को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने नाजुक बताया और एकता की अपील की. साथ ही उन्होंने कहा दिल्ली में हिंसा के लिए बाहरी, राजनीतिक और उपद्रवी जिम्मेदार हैं.


दिल्ली विधानसभा में अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इस हिंसा में एक हेड कॉन्स्टेबल शहीद हो गए. हर शहीद के परिवार की तरह ही शहीद रतनलाल के परिवार को दिल्ली सरकार की तरफ से एक करोड़ रुपये की मदद दी जाएगी. साथ ही उन्होंने कहा कि रतनलाल के परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाएगी.


अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के आम लोग हिंसा में शामिल नहीं हैं, इस हिंसा में बाहर के लोग, कुछ राजनीतिज्ञ, असामाजिक तत्व शामिल है. उन्होंने कहा, ''दिल्ली की जिम्मेदारी हमारी है. मैं दिल्ली को भरोसा देता हूं कि ये सरकार आपका ख्याल रखेगी.'' अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं सिर्फ ये पूछना चाहता हूं कि ये घटना क्यों घटी? दिल्ली के लोग प्यार और मोहब्बत की जिंदगी जीना चाहते हैं.


उन्होंने कहा कि हमें दंगे-फसाद नहीं चाहिए. दिल्ली के बच्चों का भविष्य बनाना है. ये दिल्ली के आम आदमी ने नहीं किया. कुछ बाहरी तत्वों ने, कुछ राजनीतिक तत्वों ने और कुछ उपद्रवी तत्वों ने ये किया है. इन्हीं लोगों की वजह से दिल्ली के कुछ इलाके जल रहे हैं.


हिंदू मुसलमान से किसी को फायदा नहीं-
अरविंद केजरीवाल ने कहा, ''दिल्ली में हिंदू-मुसलमान नहीं लड़ना चाहते हैं. मैं दिखना चाहता हूं कि इन दंगों से किसका नुकसान हुआ? 20 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. वीरभान की मौत हो गई, वीरभान हिंदू था. मोहम्मद मुबारक की मौत हो गई, वह मुसलमान था. प्रवेश की मौत हो गई, वो हिंदू था. जाकिर की मौत हो गई, वो मुसलमान था. राहुल सोलंकी की मौत हो गई, वो हिंदू था. शाहीद की मौत हो गई, वो मुसलमान था. मोहम्मद फुरकान की मौत हो गई, वो मुसलमान था. राहुल ठाकुर की मौत हो गई, वो हिंदू था. मौत तो दोनों की हुई, हिंदुओं और मुसलमानों की हुई. पुलिसवालों की भी मौत हुई.''


उन्होंने कहा, ''शाहीद खान रिक्शा चलाता था और उसकी मौत हो गई. अब उसकी मां को जाकर कहोगे कि हमने 10 हिंदू मार दिए चिंता मत कीजिए. उसकी मां को क्या लेना-देना कि 10 हिंदू मार दिए और 10 मुसलमान मार दिए. उसका तो बेटा चला गया. दंगा में पिसा आम लोग. जो हम कर सकते थे, हमने किया. मैं रात भर जागा रहा.''


सेना बुलाने की मांग


अरविंद केजरीवाल ने कहा, ''अब नफरत की राजनीति बर्दाशत नहीं की जाएगी, दंगो की राजनीति बर्दाश्त नहीं की जाएगी. अब पूरी दिल्ली को एक साथ खड़े होकर कहना होगा कि अब ये भाई से भाई को लड़ाने वाली राजीनीति बर्दाश्त नहीं कि जाएगी.''


उन्होंने कहा कि मैं दिल्ली के सारे लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि दिल्ली सरकार की तरफ से सहायता में कोई कमी नहीं रहेगी, हम दिल्ली की शांति के लिए, दिल्ली की जनता के लिए हर जरूरी कदम उठाएंगे. अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं फिरसे गृहमंत्री से अपील करता हूँ की दिल्ली में हालात को काबू करने के लिए आर्मी को बुलाया जाए.


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