CBI Summons Arvind Kejriwal: आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को सीबीआई से समन मिलने के बाद शनिवार को एक प्रेस कांफ्रेंस के जरिए पूरे मामले में अपना पक्ष सामने रखा.
केजरीवाल ने कहा कि पिछले करीब एक साल से बीजेपी चिल्ला-चिल्ला कर कह रही है कि दिल्ली में शराब घोटाला हो गया. देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसियां अपना सारा काम छोड़कर इसकी जांच में लगी हुई है. उन्होंने कहा यदि वह भ्रष्ट’ हैं तो फिर दुनिया में कोई ईमानदार नहीं है.
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा मैं समझता हूं कि जांच एजेंसियों को अब तक सारा पैसा और सबूत मिल ही गया होगा. ईडी-सीबीआई ने अपनी सारी जांच पूरी करने के बाद पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पर 14 फोन तोड़ कर सबूत नष्ट करने का आरोप लगाया है. केजरीवाल ने ईडी की चार्जशीट सामने रखते हुए कहा कि चार्जशीट में सभी 14 मोबाइल फोन की IMEI नंबर लिखा हुआ है. ईडी का कहना है कि ये सभी 14 फोन सिसोदिया के थे और उन्होंने इन 14 फोन को नष्ट कर दिया. यह बात ईडी के दस्तावेज में है. इस दस्तावेज के बाद ईडी के कुछ सीजर मेमो भी अटैच है. इसमें ईडी खुद ही कह रही है कि इन 14 फोन में से 4 फोन उसके पास है.
केजरीवाल ने आगे कहा कि सीबीआई का एक दस्तावेज है. जिसमें कहा गया है कि इन 14 में से एक फोन सीबीआई के पास है. जांच एजेंसियां कह रही हैं कि सिसोदिया ने 14 मोबाइल तोड़ दिए, लेकिन इसमें से 5 मोबाइल ईडी-सीबीआई के कब्जे में है.
अरविंद केजरीवाल ने क्या कहा?
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हम बहुत छोटे लोग हैं. हमारे पास इतने साधन नहीं है. इसी सीमित साधनों के जरिए हमने भी पिछले एक-डेढ़ महीने में जांच की है. हमारी जांच में पता चला है कि 14 मोबाइल फोन में से 5 तो सीबीआई-ईडी के पास है और बाकी 9 मोबाइल में से अधिकांश ठीक है. इन मोबाइल को कोई न कोई इस्तेमाल कर रहा है. ये सारे मोबाइल फोन सिसोदिया के नहीं है.
केजरीवाल ने कहा कि ईडी-सीबीआई ने एफिडेविट पर झूठ बोलकर कोर्ट को गुमराह किया और कोर्ट के सामने झूठा सबूत पेश किया क्योंकि शराब घोटाला कुछ है ही नहीं. सीबीआई-ईडी को अब तक कुछ मिला भी नहीं है.
क्या दावा किया?
सीएम अरविंद केजरीवाल ने दावा किया कि ये जांच एजेंसियां रोज किसी न किसी को पकड़ लेते हैं और उनको टॉर्चर कर, धमकी देकर. मानसिक-शारीरिक उत्पीड़न कर और थर्ड डिग्री देकर उनसे मेरा और मनीष सिसोदिया का नाम लेने के लिए दबाव बनाया जा रहा है. कोई चंदन रेड्डी हैं मैं इनको नहीं जानता हूं. केजरीवाल ने चंदन रेड्डी की मेडिकल रिपोर्ट सार्वजनिक करते हुए कहा कि मेडिकल रिपोर्ट में लिखा है कि मरीज चंदन रेड्डी ने कहा कि 16 और 17 सितंबर 2022 को ईडी ने उसके दोनों कानों पर पिटाई की. इससे उसके कान के पर्दे फट गए और उसको सुनाई नहीं दे रहा है.
केजरीवाल ने सवाल खड़ा करते हुए कहा कि ईडी चंदन रेड्डी से ऐसा क्या उगलवाना चाह रही थी और उस पर क्या कहने का दबाव डाला जा रहा था कि ईडी ने उसकी इतनी पिटाई की कि उसके कान के पर्दे फट गए. चंदन रेड्डी को किस कागज पर दस्तखत करने के लिए कहा जा रहा है और जब उसने झूठ बोलने से मना कर दिया तो ईडी ने उसकी पिटाई की.
'100 करोड़ रुपये कहां है'
आप नेता केजरीवाल ने कहा कि एक साल जांच करने के बाद ये आरोप लगाते हैं कि 100 करोड़ रुपये की रिश्वत ली गई और दी गई तो वो 100 करोड़ रुपये कहां है? अब तक 400 से ज्यादा रेड हो चुकी है, लेकिन एक पैसा नहीं मिला. ये पैसा कहां है? जांच एजेंसियों ने सिसोदिया के घर के गद्दे फाड़ लिए, उनके गांव भी हो आए, बैंक लॉकर भी छान मारे, लेकिन 100 करोड़ रुपये में से कुछ भी नहीं मिला.
आरोप लगाया कि 100 करोड रुपये गोवा विधानसभा चुनाव में लगाया. केजरीवाल ने कहा कि हमने गोवा में जितने वेंडर्स से काम कराए थे, उन सारे वेंडर्स पर ये लोग छापे मार चुके हैं और उनसे बयान ले चुकी है, लेकिन वहां भी कुछ नहीं मिला. हमने सारे वेंडर्स को चेक के जरिए पेमेंट की हुई है. इसके अलावा चुनाव का सारा हिसाब चुनाव आयोग को भी दिया है, वहां भी इनको कुछ नहीं मिला. गोवा चुनाव में भी जांच एजेंसियों को कुछ नहीं मिला. रिश्वत ली गई तो फिर पैसा कहां गया? जांच एजेंसियों को पैसा तो तब मिलेगा, जब रिश्वत ली और दी गई होगी.
पीएम मोदी का किया जिक्र
केजरीवाल ने कहा है कि मैं आज कह रहा हूं कि मैंने 17 सितंबर की रात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक हजार करोड़ रुपए दिए तो क्या इस आधार पर उनको गिरफ्तार कर लेंगे. आरोप लगाने के लिए मेरे पास कुछ तो सबूत होना चाहिए तभी तो मैं कहूंगा कि मैंने पीएम को एक हजार करोड़ रुपये दिए. ऐसे तो देश में खड़े होकर कोई भी कुछ भी कह देगा और गिरफ्तार कर लेंगे. बार-बार आरोप लगा रहे हैं कि गोवा चुनाव में 100 करोड़ रुपये दिए तो सबूत कहां है? इनके पास कोई सबूत नहीं है.
शराब नीति पर क्या कहा?
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि शराब नीति बहुत ही पारदर्शी नीति थी. इस पॉलिसी को सही लागू होने के बाद पूरे शराब सेक्टर से भ्रष्टाचार खत्म कर देती. यह इस बात से साबित होता है कि यही पॉलिसी जब पंजाब में लागू की गई तो इससे एक साल के अंदर 50 फ़ीसदी राजस्व बढ़ गया. उन्होंने कहा कि कहा कि इन्होंने दिल्ली के अंदर इस पॉलिसी को लागू ही नहीं करने दिया, लेकिन पूर्ण राज्य होने के कारण पंजाब में इनकी नहीं चल लाई.
सत्यपाल मलिक का क्यों किया जिक्र?
केजरीवाल ने सत्यपाल मलिक के एक इंटरव्यू का जिक्र करते हुए कहा कि मलिक ने कहा कि पीएम मोदी को भ्रष्टाचार से कोई परहेज नहीं है. यह बात मैं नहीं कह रहा हूं, यह बात उनके अपने गवर्नर कह रहे हैं. वो पीएम मोदी के बहुत खास लोगों में गिने जाते थे. पीएम मोदी ने पहले उनको जम्मू-कश्मीर का गवर्नर बनाया, फिर गोवा और मेघालय का गवर्नर बनाया.
इंटरव्यू में सत्यपाल मलिक ने यह भी कहा है कि कुछ ऐसे मुख्यमंत्री है, जो भ्रष्टाचार करके खूब पैसे इकट्ठे करते हैं, लेकिन वो सारा पैसा मुख्यमंत्री अपने पास नहीं रखते हैं. वो ऊपर भी पैसा भेजते हैं और वहां से वो पैसा उनके दोस्त की कंपनियों में निवेश होता है.
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी (AAP) को इतना टारगेट करने के पीछे कारण है कि 75 साल के बाद आप ने इस देश को ऐसी उम्मीद दी है, जो कोई दूसरी पार्टी नहीं दे पाई. गुजरात में बीजेपी की 30 साल से सरकार है. इसमें पीएम मोदी खुद 12 साल वहां पर मुख्यमंत्री रहे. पिछले 30 साल में ये लोग एक सरकारी स्कूल ठीक नहीं कर पाए. जब मोदी फोटो खिंचवाने के लिए सरकारी स्कूल में जाना था तब इनको एक टेंट के अंदर टेंपरेरी क्लास बनवानी पड़ी.
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