नई दिल्ली: पहली बार राज्यसभा में एंट्री करने जा रही है अरविंद केजरीवाल की पार्टी ने अपने तीनों उम्मीदवारों के नाम का एलान कर दिया है. इनमें संजय सिंह, एनडी गुप्ता और सुशील गुप्ता का नाम शामिल है. पार्टी के इस फैसले से कवि कुमार विश्वास और पत्रकार रहे आशुतोष को तगड़ा झटका लगा है. इन दोनों का टिकट पार्टी ने काट दिया है.
इस पूरे मामले में बीजेपी ने आम आदमी पार्टी पर 50 करोड़ में टिकट बेचने का आरोप लगाया. बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा ने कहा, ''सुशील गुप्ता मेरे अच्छे दोस्त रहे हैं. उन्होंने मुझे बताया है कि आप ने 50 करोड़ लेकर उन्हें टिकट दिया है.''
वर्मा ने कहा, ''मैं केजरीवाल को खुली चुनौती देता हूं वो अपना नार्को टेस्ट करवा लें. अगर वो अपने मुंह से खुद ना कहें कि 100 करोड़ में दो टिकट दिए तो मैं परिवार के साथ देश छोड़ कर चला जाऊंगा.''
केजरीवाल पर आरोप लगाने वाले प्रवेश वर्मा बीजेपी के इकलौते नेता नहीं हैं, दिल्ली बीजेपी के प्रवक्ता हरीश खुराना ने तो एक कदम आगे बढ़ते हुए आरोप लगाया है कि सुशील गुप्ता को राज्यसभा का टिकट देने के लिए 70 करोड़ रुपये की डील हुई है.
हरीश खुराना ने कहा, ''मैं सुशील गुप्ता को नजदीक से जानता हूं. जानकारी के मुताबिक टिकट लगभग 70 करोड़ में सुशील गुप्ता जी के साथ डील हुई है. मैंने सुना था कि बाप बड़ा न भैया सबसे बड़ा रूपैया,ये कहावत केजरीवाल जी पर चरितार्थ होती है.''
हरीश खुराना ने कहा, ''केजरीवाल ने कार्यकर्ताओं को टिकट न देकर उनका अपमान किया है. कुमार विश्वास बीजेपी में जाएंगे या नहीं ये भविष्य तय करेगा लेकिन वो टिकट के हकदार थे, उनके साथ गलत हुआ.''
केजरीवाल के पुराने साथियों ने भी बोला हमला
केजरीवाल के पुराने साथियों ने भी राज्यसभा टिकट बंटवारे को लेकर उन पर हमला बोला है. आंदोलन के दिनों में केजरीवाल के साथी रहे योगेंद्र यादव ने कहा, ''मैंने तीन सालों में न जाने कितनों से कहा कि केजरीवाल में जो भी दोष हों, मगर कोई उन्हें खरीद नहीं सकता. कपिल मिश्रा के आरोपों को भी इसलिए मैंने खारिज किया. आज समझ नहीं पा रहा हूं कि क्या कहूं? हैरान हूं, स्तब्ध हूं और शर्मसार भी.''
दिल्ली सरकार में मंत्री रहे कपिल मिश्रा ने भी टिकट बंटवारे को लेकर पैसे के लेनदेन का आरोप लगाया है. कपिल मिश्रा ने कहा, ''पार्टी में कई नाम चर्चा में थे लेकिन जिनके नाम चर्चा में थे उनके पास पैसा नहीं था. पैसा पंजाबी बाग के क्लब का कोई मालिक ही दे सकता था, ऐसा ही हुआ है. मैं कल सुबह नौ बजे राजघाट पर उपवास और मौनव्रत के लिए बैठूंगा.''
पार्टी के फैसले के बाद कुमार विश्वास ने क्या कहा?
कुमार विश्वास ने कहा, ''मैंने जो सच बोला था उसका पुरस्कार मुझे दंड स्वरूप दिया गया. अरविंद ने मुझे मुस्कुराते हुए कहा था कि सरजी आपको मारेंगे पर शहीद नहीं होने देंगे. मैं उनको बधाई देता हूं कि मैं अपनी शहादत स्वीकार करता हूं. पर एक निवेदन है कि शव से छेड़छाड़ ना करें.''