Arvind Kejriwal Speech: दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि सब आपने ही किया है. इस सृष्टि की रचना ही 2014 में हुई थी. हम तो जो भी काम करते हैं, उनका (पीएम मोदी) नाम लेकर करते हैं.
उन्होंने कहा, ''नेतृत्व का पढ़ा लिखा होना बहुत जरूरी है. मोदी जी एक इंटरव्यू में कहा चुके हैं कि वो ज्यादा पढ़े लिखे नहीं है, आज एडमिनिस्ट्रेशन चलाना आसान नहीं है अफसर कुछ भी करवा लेते हैं. जैसे कि नोटबंदी, कृषि कानून सबको खामियाजा भुगतना पड़ता है, पता नहीं कौन उनके कान भरता है. ऐसे ही उनके बयान आते हैं कि गंदी नाली से गैस बनाना, बादल के पीछे रडार से विमान का छीप जाना. विदेशी लोग आते हैं पता नहीं उन से क्या क्या साइन करवा लेते हैं. दिल्ली की एक पढ़ी लिखी सरकार है, ये साबित हो चुका है.''
विधानसभा में सोमवार (27 मार्च) को केजरीवाल ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा, ''मैं अभी वित्त मंत्री और भाजपा वालों की चर्चा सुन रहा था. हमने दिल्ली में छोटे बच्चों की पढ़ाई के लिए तो काफ़ी इंतज़ाम किए हैं, शिक्षा मंत्री आतिशी से निवेदन करूंगा कि एडल्ट लिटरेसी प्रोग्राम की भी व्यवस्था करें.'' उन्होंने कहा, ''दिल्ली मॉडल एक पढ़ी लिखी सरकार, सबके विकास, जीरो करप्शन, महंगाई से निजात, फ्री बिजली, फ्री पानी, सबके लिए स्वास्थ्य का मॉडल है.''
सीएम केजरीवाल ने गिनाई उपलब्धियां
केजरीवाल ने कहा, ''पहले दिल्ली सीडब्ल्यूजी घोटाले के लिए जानी जाती थी लेकिन आज स्कूलों के लिए जानी जाती है. इन लोगों ने हज़ारों करोड़ खर्च कर दिए घोटाले साबित करने के लिए लेकिन जनता मान नहीं रही. जो काम 65 साल में हुए उससे डबल काम हमने आठ साल में कर दिए. शिक्षा स्वास्थ्य का काम तो सबको पता है, तो आज मैं उन पर बात नहीं करूंगा. दिल्ली में सब फ्री है उसके बावजूद बजट मुनाफ़े में है.''
सीएम ने कहा कि 65 साल तक दिल्ली की 227 कॉलोनियों में सीवर की लाइन थी, आठ साल में हमने 747 कॉलोनियों में लाइन बिछा दी है. हमने आठ साल में सिवेज़ ट्रीटमेंट की क्षमता और वाटर सप्लाई को डबल कर दिया है. आठ साल में 5138 किमी पानी की पाइपलाइन दिल्ली में डाली गई है.
व्हाट्सएप मैसेज का जिक्र
अरविंद केजरीवाल ने कहा, ''मुझे व्हाट्सएप पर मैसेज आया कि यह सब काम हो रहा है क्योंकि पढ़ी लिखी सरकार है, एक अनपढ़ सरकार भी है जिसका नारा है, घर घर नाली घर घर गैस, जिसकी लाठी उसकी भैंस. बनेगा पकौड़ा बनेगी चाय, स्कूल, अस्पताल भाड़ में जाए. आम आदमी से मन की बात, अपने भाई से धन की बात. वाह रे शासन तेरा खेल, ईमानदार को हो गई जेल.''