Arvind Kejriwal on NCCSA: दिल्ली के सीएम और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल इन दिनों केंद्र सरकार के अध्यादेश राष्ट्रीय राजधानी सिविल सेवा प्राधिकरण (NCCSA) के खिलाफ विपक्ष को लामबंद करने में जुटे हुए हैं. इसी क्रम में केजरीवाल 1 जून को तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन से मुलाकात करेंगे. इसके अगले दिन 2 जून को वह झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन से भी मिलेंगे.
अरविंद केजरीवाल 2 जून को रांची में हेमंत सोरेन मुलाकात करेंगे. चार महीनों के बाद दूसरी बार इन दोनों सीएम के बीच मुलाकात का कार्यक्रम तय हुआ है. ऐसे में इसके बड़े सियासी मायने हो सकते हैं. आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डीएन सिंह ने कहा है कि केजरीवाल के रांची आगमन और झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन से मुलाकात का कार्यक्रम तय हुआ है.
इन मामलों पर हो सकती है बातचीत
सूत्रों के मुताबिक, इन दोनों सीएम के बीच दिल्ली में अफसरों की ट्रांसफर-पोस्टिंग को लेकर केंद्र सरकार के अध्यादेश, दिल्ली एवं झारखंड में ईडी और आईटी की हाल की कार्रवाईयों और 2024 के लोक सभा चुनाव को लेकर बातचीत हो सकती है. गौरतलब है कि केजरीवाल और सोरेन दोनों ही अलग-अलग मुद्दों को लेकर केंद्र की बीजेपी सरकार पर हमलावर रहे हैं. इस मुलाकात को मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चेबंदी के प्रयास के तौर भी देखा जा सकता है.
इन नेताओं का मिला समर्थन
पिछले हफ्ते उन्होंने पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार, माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी और तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव से भी मुलाकात की थी और अध्यादेश के विरोध में उनका समर्थन मांगा था.
इस मुद्दे पर सभी विपक्षी नेताओं ने आम आदमी पार्टी और केजरीवाल का समर्थन किया है. इसके अलावा अरविंद केजरीवाल ने अध्यादेश के मुद्दे पर कांग्रेस का साथ मांगा है. हालांकि, कांग्रेस ने इसको लेकर अभी तक अपना रुख स्पष्ट नहीं किया है.
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