Arvind Kejriwal On GST: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने राष्ट्रपति चुनाव में वोट तो डाला ही इसी बहाने उन्होंने केंद्र सरकार से खाने-पीने की चीजों पर जीएसटी (GST) हटाने की मांग भी कर डाली. सोमवार को दिल्ली विधानसभा में राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए अपना वोट दिया. उन्होंने कहा कि मैं उम्मीद करता हूं कि देश को सही और अच्छे राष्ट्रपति मिलेंगे. हालांकि इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार (Central Government) को खरी-खरी सुनाने में भी कसर नहीं छोड़ी.
वोट देने के बाद क्या बोले केजरीवाल
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपना वोट डालने के बाद कहा कि देश के अगले नए राष्ट्रपति को चुनने का आज चुनाव है. सभी मतदाता सासंद और विधायक वोट डाल रहे हैं. मैंने भी अभी अपना वोट डाला है. मैं उम्मीद करता हूं कि देश को सही और अच्छे राष्ट्रपति मिलेंगे. इस दौरान, केंद्र सरकार द्वारा खाने-पीने की वस्तुओं जीएसटी (GST) लगाने पर मीडिया के सवालों पर सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने कहा कि यह बहुत ही दुख की बात है. उन्होंने कहा कि एक तरफ, पूरा देश महंगाई से जूझ रहा है. पूरे देश में बहुत ज्यादा महंगाई हो गई है. दूसरी तरफ केंद्र सरकार ने खाने-पीने की वस्तुओं पर टैक्स लगाकर उसको और महंगा कर दिया है.
दिल्ली (Delhi) के सीएम (CM) केजरीवाल ने कहा, "मैं केंद्र सरकार से मांग करूंगा कि यह जो खाने-पीने की वस्तुओं पर जीएसटी लगाया गया है, इसको वापस लिया जाए." दिल्ली का ज़िक्र करते हुये अरविंद केजरीवाल ने कहा कि देश में दिल्ली अकेला ऐसा राज्य है, जहां आम नागरिक को हम लोग महंगाई से थोड़ी राहत दे रहे हैं. इस दौरान उन्होंने अपनी सरकार की खूबियां गिनाने का मौका तक नहीं छोड़ा. उन्होंने कहा कि दिल्ली में रहने वालों के बच्चों की शिक्षा फ्री और अच्छी है. आम जनता का इलाज मुफ्त और अच्छा होता है. सबकी बिजली मुफ्त कर दी है. सबका पानी मुफ्त कर रखा है. महिलाओं का बसों में सफर मुफ्त कर रखा है. दिल्ली में योग मुफ्त सीखा रहे हैं और तीर्थ यात्रा मुफ्त करा रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि यहां हर महीने एक परिवार कम से कम 10 से 15 हजार रुपये फायदा है. सीएम केजरीवाल ने कहा कि इतनी महंगाई के जमाने में दिल्ली सरकार (Delhi Government) ही है, जो अपनी जनता को महंगाई से थोड़ी सी राहत दे रही है.
जब दिल्ली के सीएम बोले "मैं कोई अपराधी नहीं"
इस मौके पर सिंगापुर (Singapore) में आयोजित होने जा रहा वर्ल्ड सिटी सम्मेलन में शामिल होने के लिये केंद्र सरकार के अनुमति नहीं दिए जाने पर भी सीएम केजरीवाल खुलकर बोले. उन्होंने कहा कि मैं कोई अपराधी तो हूं नहीं. एक चुना हुआ मुख्यमंत्री हूं और इस देश का आजाद नागरिक हूं. मुझे सिंगापुर जाने से क्यों रोका जा रहा है, ये मेरी समझ के बाहर है?
सीएम केजरीवाल ने आगे कहा कि मैं समझता हूं कि सिंगापुर में होने जा रहे इस सम्मेलन में दुनिया भर के बहुत बड़े-बड़े नेता आएंगे. सीएम केजरीवाल ने बताया कि दिल्ली में शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में जो क्रांति हुई है और दिल्ली में अलग-अलग क्षेत्रों में जो तरक्की हुई है, उस दिल्ली मॉडल के बारे में वहां जानकारी देके के लिए सिंगापुर की सरकार ने विशेष तौर पर मुझे बुलाया है. उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन में दुनिया भर के नेता दिल्ली मॉडल के बारे में सुनेंगे. इससे देश का गौरव बढ़ेगा और इससे देश का नाम होगा.
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली मॉडल की चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है. जब अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति ट्रम्प अपनी पत्नी मिलेनिया ट्रम्प के साथ दिल्ली आए थे, तो उन्होंने ने दिल्ली सरकार के स्कूलों के बारे में सुना था. वो दिल्ली के स्कूल देखने गईं और दिल्ली की शिक्षा क्रांति के बारे में काफी तारीफ कीं. इससे पहले नार्वे की पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती हार्लेम ब्रुंडलैंड दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिक देखने के लिए आईं. यूएन (UN) के पूर्व महासचिव बान की मून (Ban Ki-moon) भी दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिक देखने के लिए आए. उन्होंने कहा कि यह तो देश के लिए गर्व की बात है, अच्छी बात है. हमें तो इसको और उत्साहित करना चाहिए. केंद्र सरकार को ऐसी चीजों को रोकना नहीं चाहिए. यह अच्छी बात नहीं है.
केंद्र सरकार पर राजनीति करने का आरोप
सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने कहा कि जाहिर तौर पर मुझे सिंगापुर न भेजे जाने को लेकर राजनीति हो रही है. इसके अलावा वैधानिक तौर पर तो और कोई कारण नजर नहीं आ रहा है. उन्होंने कहा कि ऐसा तो है नहीं कि कोर्ट ने मेरे जाने पर रोक लगा रखी है. मैंने कोई अपराध कर रखा है. उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की कोई रोक नहीं है. एक आम नागरिक की तरह मैं भी देश से बाहर जाने के लिए स्वतंत्र हूं. उनका कहना था कि मैं जिस काम के लिए जा रहा हूं, उससे देश का गौरव ही बढ़ेगा. आगे दिल्ली सीएम केजरीवाल ने कहा कि मैं तो वैसे ही विदेशों में ज्यादा नहीं जाता हूं. जब से मैं मुख्यमंत्री बना हूं, तब से विदेश का एक-दो दौरा ही किया है. अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जब देश की बात होती है, देश का नाम रौशन होने जा रहा है, देश की तरक्की की बात हो रही है. तब मुझे लगता है कि हमें अपने पार्टीबाजी वाली राजनीति छोड़कर एकजुट होकर देश की तरक्की की बात करनी चाहिए.
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