Aryan Khan Case: आर्यन खान मामले में सीबीआई की ओर से दर्ज एफआईआर में नॉरकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के पूर्व जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े (Sameer Wankhede) को दिल्ली हाईकोर्ट से राहत मिली है. हाईकोर्ट ने 5 दिनों तक समीर वानखेड़े के खिलाफ कोई भी एक्शन लेने से मना किया है. वानखेड़े ने दिल्ली HC के समक्ष रिट पिटीशन दायर कर राहत की मांग की थी. इस याचिका में समीर वानखेड़े और एनसीबी के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच चैट भी कोर्ट के सामने रखी गई. जानकारी के मुताबिक यह चैट राहत मिलने की बड़ी वजह बनी है.
याचिका की कॉपी और इसमें उल्लिखित चैट का अंश एबीपी न्यूज के पास है. इस चैट के मुताबिक एनसीबी के वरिष्ठ अधिकारी खुद चाहते थे कि आर्यन खान को एनसीबी की कस्टडी में ज़्यादा से ज़्यादा दिनों तक रखा जाए.
आर्यन के खिलाफ मजबूत केस बनाना चाहते थे अधिकारी
चैट से यह बात भी सामने आई है कि समीर वानखेड़े, आर्यन खान से जुड़ा हर अपडेट वरिष्ठ अधिकारियों को बता रहे थे. एनसीबी के वरिष्ठ अधिकारी समीर वानखेड़े को मेसेज भेजकर आर्यन खान के ज्यादा दिनों की रिमांड के लिए जोर देने को कह रहे थे.
याचिका में उल्लिखित चैट के मुताबिक, आर्यन खान कॉर्डेलिया क्रूज ड्रग्स केस के दौरान एनसीबी के जोनल डायरेक्टर रहे समीर वानखेड़े जांच और कानूनी प्रक्रिया से जुड़ी हर डिटेल एनसीबी के महानिदेशक (डीजी) सत्यनारायण प्रधान , उपमहानिदेशक (DDG) अशोक मुथा जैन, उपमहानिदेशक (DDG) ज्ञानेश्वर सिंह और अतिरिक्त महानिदेशक (ADG) संजय सिंह के साथ साझा कर रहे थे.
वानखेड़े की मदद कर रहे थे अधिकारी
याचिका में पेश की चैट के अनुसार, डीडीजी अशोक मुथा जैन ने कहा था कि डीजी का आदेश कि रिमांड के लिए मजबूती से लड़ा जाए. जैन ने वानखेड़े से इस मामले में अतिरिक्त सहायता के लिए इंदौर, अहमदाबाद से अधिकारी और स्टाफ की भी पेशकश की थी जिस पर समीर वानखेड़े ने हां कहा था.
इसके बाद डीडीजी ने अतिरिक्त स्टाफ भेजने की बात कही. चैट की मानें तो रिमांड के लिए आर्यन खान की पेशी के दौरान डीडीजी अशोक मुथा जैन लगातार समीर वानखेड़े से अपडेट ले रहे थे.
डीडीजी ज्ञानेश्वर भी लगातार ले रहे थे अपडेट
जैन के साथ ही एनसीबी के दूसरे उपमहानिदेशक ज्ञानेश्वर सिंह भी लगातार वानखेड़े से अपडेट ले रहे थे और उन्हें निर्देशित भी कर रहे थे. आर्यन खान की गिरफ्तारी की खबर मिलते ही ज्ञानेश्वर सिंह ने समीर वानखेड़े से इसकी जानकारी मांगी थी. जानकारी मिलने पर जब ज्ञानेश्वर सिंह ने मीडिया से शेयर करने के बारे में पूछा तो वानखेड़े ने उन्हें दोपहर तक रुकने के लिए कहा था. डीडीजी ज्ञानेश्वर भी आर्यन खान की रिमांड को लेकर लगातार वानखेड़े से अपडेट ले रहे थे. रिमांड खारिज होने पर ज्ञानेश्वर सिंह ने समीर वानखेड़े को एक रिपोर्ट भेजी थी, जिसमें बताया गया था कि आर्यन खान केस कैसे आगे बढ़ेगा.
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