बॉलिवुड के बादशाह शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान मामले में NCB से एक ऐसी जानकारी सामने आई है जिसके अनुसार आर्यन खान के पास से जब कोई ड्रग नहीं मिला तो उसके मोबाइल की जांच नही करनी चाहिए थी, साथ ही यह बात भी सामने आई की फिलहाल SIT के पास कोई ऐसे सबूत नहीं है जिससे यह कहा जाये की आर्यन खान के अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स सिंडिकेट से संबंध थे.


हालांकि इस विषय पर बुधवार को एनसीबी के एसआईटी चीफ संजय सिंह ने ABP न्यूज को जानकारी देते हुए बताया कि हमारी जो जांच चल रही है वो अभी बहुत ही निचले स्तर (premature stage)पर है और इसी वजह से अभी हम ऐसा कुछ नही कह सकते की हमारे पास आर्यन खान के कोई सबूत नहीं है. इस मामले में इसी वजह से अभी किसी को भी क्लीन चिट नही दी गई है.


शुरुआती स्तर पर है जांच रिपोर्ट


सिंह ने आगे बताया की हमारी रिपोर्ट अभी तक फ़ाइनल नही हुई है जिसे किसी निष्कर्ष तक ले जाने के लिए हमें कुछ और समय लगेगा. और इस रिपोर्ट को पूरा करने के बाद हमारी इंटर्नल मैकेनिसम के हिसाब से उसे आगे बढ़ाया जाएगा सम्बंधित लोगों को इसकी जानकारी दी जाएगी.


वहीं NCB सूत्रों ने यह भी बताया की इस मामले में दो कोर्ट ने आरोपियों की ज़मानत याचिका ख़ारिज की थी, इस वजह से हम यह नही कह सकते की आर्यन खान या दूसरे आरोपियों के खिलाफ की गई करवाई गलत थी और अब यह मामला कोर्ट में हैं इस वजह से इसपर कुछ और टिप्पणी करना गलत है.


आईओ तय करता है गिरफ्तारी की रुपरेखा


नियमों के अनुसार किसी भी तरह के हाईप्रोफाइल मामले में छापेमारी के बाद इंवेस्टीगेटिंग अधिकारी तय करता है की गिरफ्तार करना है या नहीं पर उसके पहले उसे इस बात की जानकारी अपने सुपरिटेंडेंट को देनी होती है. सुपरिटेंडेंट इसकी जानकारी जोनल डायरेक्टर को देता है.


जोनल डायरेक्टर DDG को बताता है फिर पब्लिक प्रोसिक्यूटर और फिर DG NCB को इस बात के बारे में अवगत कराया जाता है.सभी कनविंस होते हैं तब जाकर IO द्वारा गिरफ़्तारी की जाती है. वहीं एसआईटी का यह भी कहना है कि ऐसी कोई SOP नहीं है जिसमें  यह कहा गया हो की रेड के समय वीडियो रिकॉर्डिंग करना जरूरी है.


क्या है पूरा मामला


दरअसल 2 अक्टूबर की रात को मुंबई क्रूज पर एनसीबी के छापे के बाद आर्यन खान, अरबाज मर्चेंट और 6 अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया था. आर्यन खान के साथ एनसीबी ने सात अन्य और लोगों को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार लोगों में मुनमुन धमेचा, अरबाज मर्चेंट, इसमीत सिंह, मोहक जसवाल, गोमित चोपड़ा, नुपुर सतीजा और विक्रांत छोकर के नाम शामिल हैं. 


गिरफ्तारी पर नवाब मलिक ने लगाये थे गंभीर आरोप


आपको बता दें की आर्यन खान की गिरफ़्तारी के बाद महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने कई गम्भीर आरोप लगाए थे कहा था की इस मामले में करवाई नियमो की हिसाब से नही की गई है. मलिक ने इस मामले में जो पंच हैं उनपर भी सवाल उठाए थे साथ ही NCB पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगाए गए थे.


Russia Ukraine War: यूक्रेन में भारतीय छात्र की मौत पर फूटा सांसद का गुस्सा, बोले जीवन से ज्यादा जरूरी चुनाव हो गया


Rajasthan Politics: गहलोत सरकार ने कराया भागवत कथा का आयोजन, बीजेपी का निशाना- ये सिर्फ दिखावा