(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Aryan Khan Drugs Case: किसी भी वक्त जेल से रिहा होंगे आर्यन खान, आर्थर रोड जेल पहुंच रहे हैं शाहरुख खान
Aryan Khan Drugs Case: आर्थर रोड जेल से लेकर शाहरुख खान के घर मन्नत पर सभी की निगाहें लगी हुई हैं. अनुमान लगाया जा रहा है कि शाहरुख और उनके खास लोग जेल से लेने पहुंचेंगे.
Aryan Khan Drugs Case: बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान (Shahrukh Khan) के बेटे आर्यन खान (Aryan Khan) आज 22 दिन बाद मुंबई की आर्थर रोड़ जेल से बाहर आएंगे. आर्यन को रिसीव करने के लिए शाहरुख खान भी जेल के बाहर पहुंच रहे हैं. फिलहाल शाहरुख जेल से करीब 2 किलोमीटर दूर फोर सीज़न फाइव स्टार में रुके हुए हैं. अब आर्यन खान की रिहाई की प्रक्रिया शुरू हो गई है. कल देरी हो जाने की वजह से जमानत पेटी नहीं खोली गई थी.
आर्थर रोड जेल से लेकर शाहरुख खान के घर मन्नत पर सभी की निगाहें लगी हुई हैं. अनुमान लगाया जा रहा है कि शाहरुख और उनके खास लोग जेल से लेने पहुंचेंगे. 2 अक्टूबर के छापे के बाद से आर्यन को लंबा वक्त जेल में बिताना पड़ा है. शाहरुख के लाडले के लिए ये आसान नहीं था. आगे की राह भी आसान नहीं है, क्योंकि आर्यन को सिर्फ जमानत मिली है केस से छुटकारा नहीं.
आर्यन खान जमानत जरूर मिल गई है लेकिन कोर्ट ने आर्यन खान के लिए कुछ शर्तें तय की हैं.
- आर्यन खान जांच अधिकारी को बिना बताए मुंबई से बाहर नहीं जा सकते हैं.
- हर शुक्रवार को एनसीबी दफ्तर में सुबह 11 बजे से 2 बजे के बीच आकर हाजिरी देनी होगी.
- किसी दूसरे आरोपी के संपर्क में नहीं रहना होगा.
- जांच से जुड़ी बातें मीडिया या सोशल मीडिया में शेयर नहीं कर सकते.
- आर्यन को अपना पासपोर्ट स्पेशल NDPS कोर्ट में जमा करना होगा.
- कोर्ट की इजाजत के बिना देश से बाहर नहीं जा सकते हैं.
- अगर किसी भी शर्त का उल्लंघन होता है तो NCB विशेष न्यायाधीश के पास आवेदन की हकदार होगी.
कल सारी कोशिशों के बाद भी बेल का आर्डर आर्थर रोड जेल की पेटी में सही वक्त तक नहीं पहुंच पाया. इसलिए 29 अक्टूबर की रात भी आर्यन को जेल में ही बितानी पड़ी. आपको बताते हैं कि ऑर्डर की कॉपी जब जमानत बॉक्स में पहुंच जाती है तो उसके बाद जेल के भीतर क्या प्रक्रिया होती है.
- जिस कैदी के लिए बेल ऑर्डर आता है उसका एनाउंसमेंट जेल के अंदर किया जाता है.
- उसके बाद एक-एक करके रिहा होने वाले कैदियों को ऑफिस के गेट पर लाया जाता है.
- कैदी के नाम और पिता के नाम से हाजिरी ली जाती है.
- फिर कैदी को ऑफिस के अंदर लाया जाता है.
- कैदी के कपड़े निकालकर शरीर के तिल या निशान को चेक किया जाता है.
- जो जेल आने के वक्त नोट किया गया था.
- इन निशानों को जेलर खुद चेक करता है.
- फिर कैदी से नाम पता और फोन नंबर पूछा जाता है.