Violence Funding: कानपुर हिंसा (Kanpur Violence) मामले में जल्द ही ईडी (ED) की एंट्री होने वाली है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कानपुर पुलिस ईडी (Kanpur Police) को जफर हयात (Jafar Hayat) के बैंक एकाउंट (Bank Account) और पैसे की डिटेल (Cash Details) देने की तैयारी कर रही है. इसके साथ ही पुलिस पीएफआई (PFI) से जुड़े लोगों के पैसे और फंडिग (Funding) की भी जानकारी साझा करेगी. पीएफआई कनेक्शन (PFI Connection) को लेकर पुलिस (Police) ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. इन तीनों की पहचान सैफुल्लाह, मोहम्मद नसीम और मोहम्मद उमर के रूप में हुई है. ये तीनों आरोपी सीएए (CAA) और एनआरसी (NRC) के दंगों में भी शामिल थे और जेल भेजे गए थे.


जो जानकारी सामने आई है उसके मुताबिक ये तीनों हिंसा के मुख्य साजिशकर्ता जफर हयात हाशमी के संपर्क में थे. इन लोगों ने ही पिछले शुक्रवार को हुई हिंसा में पत्थरबाजों को जुटाने का काम भी किया था. अभी तक पुलिस ने कानपुर हिंसा मामले में 50 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनमें से कुछ नाबालिग भी हैं. तो वहीं कुछ लोगों ने खुद को सरेंडर भी किया है.


जौहर फैंस एसोसिएशन के खातों में फंडिंग के भी मिले सुराग


बवाल से पहले जौहर फैंस एसोसिएशन के खातों में फंडिंग के सुराग पुलिस के हाथ लगे हैं. पुलिस और एटीएस  मामले की संयुक्त जांच कर रही है. हालांकि इसपर आधिकारिक तौर पर कोई अफसर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है. ये भी जानकारी मिली है कि इन्हीं खातों में सीएए-एनआरसी विरोध में हुए बवाल के दौरान भी फंडिंग हुई थी.


बदला फंडिंग का तरीका


सीएए-एनआरसी विरोध के दौरान हुए बवाल के बाद से पीएफआई ने फंडिंग का तरीका भी बदल दिया. सुर्खियों से बचने के लिए इंटरनेशनल फंडिंग से बच रहा है. ये खुलासा एटीएस की जांच में पहले ही हो चुका है. सूत्रों के मुताबिक अब शहरों में बड़े व्यापारी को फंड मैनेजर बनाया गया है जिसके यहां करोड़ों में हर माह ट्रंजेक्शन होता है. फंड मैनेजर के खाते में फंडिंग की जाती है जो उसे सफेद करके आगे बढ़ाता है. एटीएस सूत्रों के मुताबिक शहर में भी पीएफआई के फंड मैनेजर मौजूद हैं जिनकी तलाश की जा रही है.


मास्टरमाइंड जफर हयात हाशमी की आज कोर्ट में पेशी पर सुनवाई


हिंसा का मास्टरमाइंड जफर हयात हाशमी (Jafar Hayat Hashmi) और उसके साथ साजिश में शामिल रहे जावेद (Javed), साहिल (Sahil) और सुफियान (Sufiyan) को पुलिस ने रिमांड (Police Reamnd) पर लेने के लिए अर्जी दी थी. पुलिस ने इन लोगों की 10 दिन की रिमांड मांगी थी जिसके बाद बुधवार को कोर्ट (Court) में सुनवाई हुई और फैसला सुरक्षित रख लिया गया. वहीं आज कोर्ट में पेश पर भी सुनवाई होनी है.


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