(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
एनकाउंटर में असद को लगीं दो गोलियां, एक छाती में घुसी तो दूसरी पीठ में, मेडिकल रिपोर्ट में खुलासा
उमेश पाल हत्याकांड मामले में बीते 50 दिन से वांछित चल रहे असद अहमद को पुलिस ने मार गिराया था. इस एनकाउंटर में असद दो गोलियां लगी थी, जिसमें उसकी छाती में एक गोली तो उसकी पीठ में दूसरी गोली लगी.
Asad Ahmed Encounter Post Mortem Report: असद अहमद एनकाउंटर मामले में असद की मेडिकल रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है. सूत्रों ने इस रिपोर्ट की जानकारी देते हुए बताया है, असद को दो गोलियां लगी है, जिसमें से पहली गोली उसकी पीठ पर लगी है तो वहीं दूसरी गोली असद की छाती में लगी है जो आगे उसकी गर्दन में जाकर फंस गई.
सूत्रों ने बताया, असद के साथ ही मारे गए उसके साथी गुलाम को एक गोली उसकी पीठ पर लगी है जो उसकी छाती को चीरती हुई आगे निकल गई. इन दोनों आरोपियों ने ही 24 फरवरी को प्रयागराज में अपने साथियों के साथ मिलकर उमेश पाल की हत्या कर दी थी जिसमें यूपी पुलिस के दो सिपाही भी शहीद हो गए थे.
एनकाउंटर को लेकर पुलिस का क्या कहना है?
यूपी पुलिस और एसटीएफ को बीते 50 दिन से इनकी तलाश थी, जिसको लेकर पुलिस लगातार उनकी तलाश कर रही थी. यूपी पुलिस की प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी गई जानकारी के मुताबिक पुलिस ने इनको झांसी में इंटरसेप्ट करने की कोशिश की जहां इन्होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी. पुलिस का कहना है, जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने इनको मार गिराया.
विशेष अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया, प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड में वांछित असद अहमद और गुलाम पांच-पांच लाख रुपये के इनामी बदमाश थे. दोनों की झांसी में एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में मौत हो गई.
मुठभेड़ टीम में कौन-कौन शामिल था?
कुमार ने बताया कि मुठभेड़ में शामिल उत्तर प्रदेश एसटीएफ की टीम का नेतृत्व पुलिस उपाधीक्षक नवेंदु कुमार और विमल कुमार सिंह ने किया. इस मुठभेड़ के बाद समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि झूठे एनकाउंटर करके बीजेपी सरकार सच्चे मुद्दों से ध्यान भटकाना चाह रही है.
बाद में कुमार ने पुलिस मुख्यालय में अपर पुलिस महानिदेशक (एसटीएफ) अमिताभ यश के साथ पत्रकारों से बातचीत में कहा कि इस अभियान में दो पुलिस उपाधीक्षक, दो निरीक्षक, एक उप निरीक्षक (एसआई), पांच हेड कांस्टेबल तथा दो कमांडो शामिल थे.
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