दिल्ली के जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती पर हुए दंगे के बाद बीजेपी शासित एमसीडी द्वारा वहां अवैध निर्माण गिराए जाने के मुद्दे पर एआईएमआईएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद असदुद्दीन ओवैसी काफी आक्रमक हो गए हैं. वह लगातार बीजेपी को इस मुद्दे पर घेर रहे हैं. बुधवार को उन्होंने दूसरी बार बीजेपी सरकार पर हमला बोला. जब उन्हें इस बात का पता चला कि सुप्रीम कोर्ट के स्टे के बाद भी नॉर्थ एमसीडी के बुलडोजर अवैध निर्माण गिरा रहे हैं तो उन्होंने इस पर बीजेपी की खूब निंदा की.
फिर क्या कहा ओवैसी ने
ओवैसी ने इस दौरान सिर्फ बीजेपी पर ही नहीं, बल्कि दिल्ली की सत्ता में काबिज आम आदमी पार्टी और उसके मुखिया अरविंद केजरीवाल को भी निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि तुर्कमान गेट 2022, इतिहास बताता है कि 1976 में जो लोग सत्ता में बैठे थे, वो वर्तमान में गायब हो चुके हैं. भाजपा और आम आदमी पार्टी को ये याद रखना चाहिए कि सत्ता और शक्ति शाश्वत नहीं है.
इससे पहले भी दोनों ही पार्टियों पर उठाए थे सवाल
इससे पहले बुधवार सुबह भी ओवैसी ने बीजेपी और आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए सवाल खड़े किए थे. ओवैसी ने नॉर्थ एमसीडी द्वारा अवैध निर्माण गिराए जाने के फैसले को 'बीजेपी का गरीबों के खिलाफ जंग का ऐलान बताया है'. साथ ही इस फैसले पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजेरीवाल की भूमिका को संदिग्ध बताया है. असदुद्दीन ओवैसी ने अपने ट्वीट में लिखा है, "बीजेपी ने गरीबों के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया है. बीजेपी अतिक्रमण के नाम पर यूपी और एमपी की तरह दिल्ली में भी घरों को तबाह करने जा रही है. कोई नोटिस नहीं, अदालत जाने का मौका नहीं. बस गरीब मुसलमानों को जिंदा रहने की सजा देना है. अरविंद केजरीवाल को अपनी संदिग्ध भूमिका को स्पष्ट करना चाहिए. क्या उनकी सरकार का पीडब्ल्यूडी इस 'विध्वंस अभियान' का हिस्सा है? क्या जहांगीरपुरी के लोगों ने उन्हें इस तरह के विश्वासघात और कायरता के लिए ही उन्हें वोट दिया था? उनका बार-बार बचना और ये कहना कि 'पुलिस हमारे नियंत्रण में नहीं है' यहां काम नहीं करेगा. अपने ट्वीट के अंत में असदुद्दीन ओवैसी ने लिखा, निराशाजनक स्थिति."
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