Muslim In Education: 1.80 लाख मुसलमान उच्च शिक्षा से दूर क्यों? ओवैसी ने मोदी सरकार से पूछा सवाल, कहा- देश सुपरपावर बन सकता है, लेकिन..
Muslim In Education: असदुद्दीन ओवैसी ने मोदी सरकार पर मुसलमानों को शिक्षा से दूर रखने का आरोप लगाया है. साथ ही उन्होंने यूसीसी को लेकर भी सवाल उठाया है.
Muslim In Higher Education: ऑल इंडिया मजलिए-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) नेता और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने देश में मुसलमानों को शिक्षा से दूर रखने का आरोप लगाया है. ओवैसी ने सरकारी आंकड़े का हवाला देते हुए कहा कि देश में आज भी 1.80 लाख मुसलमान उच्च शिक्षा से दूर हैं. उन्होंने सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा, आखिर देश में अल्पसंख्यकों को शिक्षा में कम मौके क्यों हैं? एआईएमआईएम नेता ने सरकार पर देश के बहुलतावाद को खत्म करने का आरोप भी लगाया.
ओवैसी ने कहा, हाल ही में आया सरकार का डेटा बताता है कि 2020-2021 में 1 लाख 80 हजार मुस्लिम उच्च शिक्षा से वंचित रहे. उन्होंने कहा कि तेलंगाना को छोड़कर अधिकांश राज्यों में मुस्लिम युवाओं की उच्च शिक्षा में दर घटी है. इस सरकार ने क्या किया. इन्होंने अल्पसंख्यकों को मिलने वाली मौलाना अबुल कलाम आजाद फेलोशिप रोक दी.
देश में सबसे बड़ी युवा आबादी- ओवैसी
ओवैसी ने कहा कि देश की सबसे बड़ी ताकत आज इसकी युवा जनसंख्या है. हैदराबाद सांसद ने कहा, आज 50 प्रतिशत आबादी 28 साल की औसत आयु वाली है. किसी देश के पास ऐसा नहीं है. उन्होंने कहा, मैं पूछना चाहता हूं कि इस सरकार ने इस आबादी के लिए क्या किया है. इस जनसंख्या की मदद से भारत को सुपरपॉवर बनाया जा सकता है, लेकिन उन्हें नौकरियां देनी होंगा. उन्होंने सवाल किया कि सरकार ने इनको कितनी नौकरियां दी हैं.
यूसीसी पर भी बोले ओवैसी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक देश में दो कानून वाले बयान का जिक्र कर ओवैसी ने कहा, कई देशों में अलग-अलग कानून हैं. उन्होंने सिंगापुर और इजरायल का नाम लेकर कहा कि इन देशों में मुस्लिम पर्सनल लॉ है.
इस दौरान उन्होंने बिना नाम लिए पीएम की डिग्री पर भी तंज कसा और कहा कि सौभाग्य से मैंने लंदन में पढ़ाई की है और मेरे पास दिखाने के लिए डिग्री भी है. ओवैसी ने कहा, स्कॉटलैंड और इंग्लैंड में अपराध से निपटने के लिए अलग-अलग कानून हैं. अमेरिका के हर राज्य में अपना अलग कानून है.
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