हैदराबादः ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने तेलंगाना के सरकारी अस्पतालों का दौरा किया और वहां मौजूद कोविड-19 के मरीजों के इलाज की सराहना की. इसके साथ ही उन्होंने लोगों से राजनीतिक वजहों से हो रहे ‘दुष्प्रचार’में फंसने से मना किया है. उन्होंने कहा कई लोग दुष्प्रचार कर रहे हैं, ऐसे लोगों की बातों में न आएं.


असदुद्दीन औवेसी ने कहा कि आलोचना करना और उसका निवारण ढूंढ़ना सभी का अधिकार है लेकिन इसे वास्तविकता 'बढ़ा-चढ़ाकर' पेश करने से गरीबों का सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों में समय पर इलाज नहीं हो पाता. ओवैसी ने गुरुवार रात फेसबुक पर एक पोस्ट में कहा, 'यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि तेलंगाना में कोविड-19 सरकारी अस्पतालों को लेकर झूठी कहानियों से कई लोगों के दिमाग में इसकी एक बेहद खराब छवि बन रही है और इससे उन्हें समय पर इलाज नहीं मिल पा रहा.'


औवेसी ने कहा, 'यह इन अस्पतालों के फ्रंट लाइन वॉरियर्स के लिए भी अनुचित है. मैं लोगों से अपील करता हूं कि इस दुष्प्रचार पर भरोसा ना करें. हम अग्रिम मोर्चे पर तैनात लोगों की सेवाओं को भी नकार नहीं सकते.' एआईएमआईएम नेता ने कहा कि सरकारी अस्पताल कोविड-19 के मरीजों का मुफ्त में इलाज कर रह हैं और ढेर सारे मरीज ठीक भी हुए हैं।


बता दें कि तेलंगाना में अब तक 30946 कोरोना पॉजिटिव के मामले आ चुके हैं. वहीं आंध्रप्रदेश में कोरोना वायरस के 23814 केस हैं. वहीं राज्य की राजधानी हैदराबाद में इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने भारत बायोटेक के साथ मिलकर भारत की पहली कोविड-19 वैक्सीन तैयार कर ली है. इस वैक्सीन का नाम कोवैक्सीन (Covaxin) है. हैदराबाद के निम्स (NIMS) में इसका ह्यूमन ट्रायल भी शुरू हो गया है.


वहीं ICMR ने कई अन्य संस्थानों को भी इस वैक्सीन का ट्रायल करने के लिए पत्र लिखा है. एक शीर्ष चिकित्सक अधिकारी ने बताया कि कोविड-19 वैक्सीन के ह्यूमन ट्रायल की प्रक्रिया मंगलवार को निज़ाम इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (NIMS) में शुरू हुई.


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