(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
बकरीद पर कच्छ के स्कूल में हिंदू बच्चों को पहनाई टोपी तो असदुद्दीन ओवैसी बोले- ... क्योंकि ये नीच काम है
Asaduddin Owaisi Tweet: ईद के मौके पर गुजरात के कच्छ में एक निजी स्कूल में एक कार्यक्रम रखा गया जिसका वीडियो सामने आने के बाद बवाल मच गया. असदुद्दीन ओवैसी ने भी प्रतिक्रिया दी है.
Asaduddin Owaisi Attack On PM Modi: हाल ही में बकरीद के मौके पर गुजरात के कच्छ में एक स्कूल के छात्रों का वीडियो सामने आया. जिसमें हिंदू बच्चों को टोपी पहने हुए देखा गया. इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद विवाद हो गया. छात्रों के अभिभावकों ने इस पर आपत्ति जताई जिसके बाद स्कूल के प्रिंसिपल को निलंबित कर दिया गया. अब इसको लेकर एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला किया है.
उन्होंने एक अंग्रेजी वेबसाइट का लिंक शेयर करते हुए एक ट्वीट किया है. जिसमें उन्होंने कहा है, “कच्छ में एक निजी स्कूल के प्रिंसिपल को निलंबित कर दिया गया क्योंकि वीडियो में बच्चे ईद पर खेल रहे थे और वो टोपी पहने हुए थे.” उन्होने पीएमओ इंडिया के ट्विटर हैंडल को टैग करते हुए आगे लिखा, “पीएमओ इंडिया इसे नहीं पहनता है क्योंकि ये नीच काम है (हीन कृत्य) शायद हिंदुत्व यूसीसी की एक और वजह?”
क्या है मामला?
दरअसल, इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, कच्छ के मुंद्रा स्थिति एक निजी स्कूल में ईद के मौके पर छात्रों का नमाज पढ़ते हुए और टोपी लगाए हुए एक वीडियो वायरल हुआ. इस दौरान हिंदू छात्रों को भी ऐसा ही करते हुए दिखाया गया. इसी को लेकर विवाद हो गया और उसके बाद डिस्ट्रिक्ट प्राइमरी एजुकेशन के अधिकारी संजय परमार ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा कि ये हिंदू छात्रों को टोपी पहनकर नमाज पढ़ने के लिए कहना बेहद ही हीन कृत्य है.
मामले को तूल पकड़ता देख निजी स्कूल के प्रिंसिपल को निलंबित कर दिया गया. संजय परमार ने आगे बताया, “घटना से जुड़े वीडियो के बारे में शुक्रवार सुबह करीब 11 बजे पता चला. इसके बाद स्कूल के मालिक अब्बासी से प्रिंसिपल को निलंबित करने के लिए कहा. स्कूल ट्रस्ट ने प्रिंसिपल प्रीति वासवानी को निलंबित करने के बाद हमें इसकी सूचना दी है.“
वहीं, कच्छ के जिला विकास अधिकारी का कहना है कि वीडियो के बारे में जो जानकारी मिली है उसके मुताबि, मुंद्रा तालुका में पर्ल स्कूल नाम का एक विद्यालय है. इस स्कूल में ईद मनाने का एक वीडियो सामने आया जिसके बारे में जिला प्राथमिक शिक्षा अधिकारी को जानकारी दी गई. स्कूल के मालिक से संपर्क करने के बाद प्रिंसिपल को निलंबित करने के निर्देश दिए गए.