Asaduddin Owaisi: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कैबिनेट ने यूपी डिजिटल मीडिया पॉलिसी 2024 को मंजूरी दे दी है. इस पॉलिसी के तहत सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर्स को 8 लाख रुपये तक के सारे विज्ञापन मिल सकते हैं. इसे लेकर एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने सीएम योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा है.
असदुद्दीन ओवैसी ने बुधवार (28 अगस्त) को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट किया. उन्होंने लिखा, 'अपनी नाकामियों पर पर्दा डालने के लिए योगी आदित्यनाथ ने एक नई स्कीम चलाई है. स्कीम के तहत सोशल मीडिया पर बाबा की झूठी तारीफ करने से कोई 8 लाख रुपये तक कमा सकते हैं. अगर आपने बाबा या उनकी पार्टी का कानूनी विरोध भी किया तो आपको राष्ट्र विरोधी घोषित कर जेल भेजा जाएगा. आपके टैक्स के पैसों से अब IT Cell वालों का घर चलेगा.'
यूपी सरकार की नई सोशल मीडिया पॉलिसी
एआईएमआईएम (AIMIM) चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने इस पोस्ट में सीएम योगी आदित्यनाथ को टैग किया है. यूपी सरकार सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर्स के लिए नई पॉलिसी लेकर आई है और इसी के मुद्दे पर ओवैसी ने राज्य सरकार को घेरा है.
आठ लाख रुपये तक देगी सरकार
उत्तर प्रदेश सरकार की योजना हर महीने 30 हजार से आठ लाख रुपये तक देने की है यानी कि राज्य सरकार का प्रचार-प्रसार करने वालों को अब फॉलोअर्स के हिसाब से पैसा मिलेगा. एक तरफ जहां उत्तर प्रदेश सरकार अच्छे कंटेंट वालों को प्रोत्साहित करेगी तो वहीं देश विरोधी पोस्ट पर यूजर्स को जेल भी भेजा जाएगा.
क्या है प्रावधान?
लखनऊ यूपी कैबिनेट की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी मिली. योगी सरकार की नई सोशल मीडिया पॉलिसी में अगर कोई कंटेंट राष्ट्र विरोधी पाया गया तो तीन साल से लेकर उम्रकैद तक की सजा भी हो सकती है. वहीं अभद्र और अश्लील पोस्ट करने पर आपराधिक मानहानि के मुकदमे का भी प्रावधान है.