नई दिल्ली: दिल्ली में नागरिकता कानून को लेकर हुई आगजनी और हिंसा हुई. अब ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने हिंसा की निंदा की है. उन्होंने साथ ही हेड कॉन्सटेबल और आम नागरिकों की मौत पर भी दुख जताया है.


असदुद्दीन ओवैसी ने कहा,''मैं आज दिल्ली में हुई हिंसा की निंदा करता हूं, जिसमें एक पुलिस कांस्टेबल और नागरिकों की जान चली गई. यह देश के लिए शर्म की बात है कि जब विदेशी गणमान्य व्यक्ति यहां की यात्रा पर थे तब हिंसा भड़क उठी.''





बता दें कि सोमवार को राजधानी दिल्ली के कई इलाकों नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) को लेकर खूब बवाल हुआ जिसके बाद हालात बेकाबू हो गए हैं. उत्तर पूर्वी दिल्ली के कई इलाकों में हिंसा और आगजनी हुई है. जाफराबाद और मौजपुर में कई कई गाड़ियों, दुकानों और मकानों में आग लगा दी गई. सीएए को लेकर झड़प के दौरान दिल्ली पुलिस के एक हेड कांस्टेबल समेत तीन लोगों की जान चली गई. वहीं हिंसा की घटनाओं के बाद उत्तर पूर्वी दिल्ली में कई जगहों पर धारा 144 लागू है.


कैसे शुरू हुई हिंसा?


दरअसल, सोमवार को मौजपुर और कबीर नगर इलाके में सीएए को लेकर समर्थन और विरोध में लोग सड़क पर आ गए. करीब साढ़े दस बजे दोनों पक्षों के बीच पत्थरबाजी शुरू हो गई. मौजपुर में सीएए के समर्थन में लोग सड़कों पर उतरे हुए थे वहीं कबीर नगर में विरोध में लोग सड़कों पर आए थे. पत्थरबाजी कई घटों तक चली. इस बीच उत्तर-पूर्वी दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों से आगजनी और पत्थरबाजी की खबरे आने लगीं. दोपहर दो बजे के आसपास जाफराबाद में एक घर में आग लगा दी गई. बता दें कि रविवार को दिल्ली के जाफराबाद और मौजपुर में पत्थरबाजी हुई थी.