Asaduddin Owaisi On Amit Shah: लोकसभा चुनाव 2024 के बीच मुस्लिम मुद्दों को लेकर सियासी तूफान उठा हुआ है. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि देश शरिया से नहीं, संविधान से चलेगा. इस पर एआईएमआईएम के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने पलटवार किया है.
हैदराबाद के सांसद ने कहा कि देश किसी भी मजहब के नियमों के मुताबिक नहीं चलना चाहिए. एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत में उन्होंने कहा कि देश कहां शरीयत के मुताबिक चल रहा है. यह तो अभी भी संविधान के मुताबिक चल रहा है. बात जहां तक शरीयत की है तो यह मुसलमानों का विशेष अधिकार है.
ओवैसी बोले -अमित शाह संविधान निर्माताओं से बड़े नहीं
असदुद्दीन ओवैसी ने संविधान सभा की बैठक का जिक्र करते हुए कहा कि जब संविधान बन रहा था तब स्वतंत्रता सेनानियों और संविधान निर्माता ने साफ कर दिया कि मुस्लिम पर्सनल लॉ को नहीं छुएंगे. यह एक मजहब की सभ्यता और संस्कृति को संरक्षित करने की बात है. क्या अमित शाह उनसे भी बड़े हो गए हैं? फ्रीडम ऑफ रिलिजन के तहत मुसलमानों को शरीयत का अधिकार मिला हुआ है.
'सऊदी अरब में बादशाहों से बिछड़े भाइयों की तरह गले मिलते हैं पीएम मोदी'
असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी देश में तो मुस्लिम अधिकारों को लेकर कुछ और करते हैं लेकिन जब अरब या दुबई जाते हैं तो वहां के बादशाहों से ऐसे लिपट लिपट के गले मिलते हैं जैसे दो बिछड़े हुए भाई मिल रहे हों. वहां जाकर शरीयत की बात क्यों नहीं करते.
एनआरसी-सीएए होगा चुनाव में मुद्दा
असदुद्दीन ओवैसी ने यह भी कहा कि इस बार चुनाव में एनआरसी, नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) मुद्दा होगा. इसके साथ ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सरकार ने जो कुछ भी अहंकार वाला काम किया है, वह तो निश्चित तौर पर चुनाव में मुद्दा बनेगा.