नई दिल्ली: ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लमीन (एआईएमआईएम) नेता असद्दुदीन ओवैसी ने मुंबई में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी नेता अनुराग ठाकुर पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने अनुराग ठाकुर के हालिया बयान पर कहा कि वह पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की भाषा बोल रहे हैं. ओवैसी ने कहा, ''यह अनुराग ठाकुर नहीं, अमित शाह और नरेंद्र मोदी का विचार बोल रहा है.'' ओवैसी यहीं नहीं रुके और उन्होंने कहा, ''कितनों को गोली मारोगे ठाकुर? तुम्हारी नजर में हम गद्दार हैं, तुम्हारी गोलियां खत्म हो जाएंगी पर हम खत्म नहीं होंगे.'' ओवैसी ने कहा, ''अनुराग ठाकुर को मेरा चैलेंज है, गोलियां चलाओ मेरे मन में डर नहीं. यह लड़ाई हम लड़ेंगे. कितने लोगों को मारोगे मोदी जी? एक दिन अन्याय खत्म होगा और अन्याय करने वाले खत्म होंगे.''


असदुद्दीन ओवैसी ने यहां बीजेपी और मोदी-शाह के खिलाफ नारे भी लगवाए. ओवैसी ने नागरिकता कानून को संविधान के खिलाफ बताया. उन्होंने कहा कि 70 सालों में कोई भी आया हो, लेकिन ऐसा काला कानून किसी और ने नहीं मोदी सरकार ने लाया है. आज तक धर्म के आधार पर कोई भी कानून नहीं लाया गया है. यह भारत के संविधान पर काला धब्बा है.


ओवैसी ने कहा कि वो देश बचाने के लिए सड़कों पर आए हैं और इस देश को गोडसे का देश नहीं बनने देंगे. ओवैसी ने कहा कि बीजेपी राहुल गांधी और ममता बनर्जी से नहीं मुझसे चर्चा करे. ओवैसी ने कहा कि पहले एनपीआर होगा और उसके बाद एनआरसी आएगा, यह सरकार का षडयंत्र है. ओवैसी ने कहा कि एनआरसी से सिर्फ मुस्लिम ही नहीं, आदिवासी और दलित भी प्रभवित होंगे. आदिवासी, मुस्लिम, दलित लोगों के पास जन्म प्रमाणपत्र नहीं है.


असदुद्दीन ओवैसी ने मुम्बई के 1992 दंगों की याद दिलाई. 1992 में हुए दंगे और मुम्बई में दाऊद इब्राहिम द्वारा सीरियल ब्लास्ट कराए गए थे जिसमें सैकड़ों लोगो की जान गई थी. ओवैसी ने कहा कि मुम्बई के इस रास्ते पर इंसानियत के खून की होली खेली गई थी तब हमने भारत जिंदाबाद कहा था. भिवंडी के समय भी हमने भारत जिंदाबाद कहा था.


ओवैसी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को नसीहत देते हुए कहा कि जैसे दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने सीएए पर रोक लगाई है वैसे ही उद्धव ठाकरे भी राज्य में सीएए, एनआरसी पर रोक लगाए. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री लोगों से कहें कि राज्य में सीएए और एनआरसी लागू नहीं होगा. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे तुरंत विशेष अधिवेशन बुलाए और एनआरसी, एनपीआर को स्थगित करने का प्रस्ताव लाए.


इससे पहले बता दें कि चुनाव आयोग (ईसी) ने केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर को विवादित बयान के लिए नोटिस जारी किया है. आयोग ने विवादित बयान देने की वजह से चुनाव आचार संहिता का प्रथम दृष्टया उल्लंघन करार देते हुए मंगलवार को कारण बताओ नोटिस जारी कर दो दिन में जवाब देने को कहा है. नोटिस में अनुराग ठाकुर से 30 जनवरी को दोपहर 12 बजे तक जवाब देने को कहा है.