Assam Gov Campaign Against Child Marriage: असम में बाल विवाह (Assam Child Marriage) को लेकर हो रही गिरफ्तारी के बीच विपक्ष के तमाम नेता राज्य और केंद्र सरकार को घेरे हुए हैं. एआईएमआईएम (AIMIM) चीफ असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने असम सरकार को मुस्लिम विरोधी और पक्षपाती बताया है. उन्होंने कहा कि राज्य में बीते छह सालों से बीजेपी (BJP) की सरकार है. अब तक उन्होंने बाल विवाह के लिए क्या किया? यह उनकी असफलता हैं. 


ओवैसी ने राज्य सरकार से सवाल किया कि आखिर उन्होंने कितने स्कूल खोले? जब वे कार्रवाई कर रहे हैं, तो वे उन लड़कियों के बारे में क्या करेंगे जिनकी शादी हो चुकी है? उन्होंने कहा कि असम सरकार मुस्लिम विरोधी है. इससे पहले ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF) के चीफ, मौलाना बदरुद्दीन अजमल ने भी इस पूरी कार्रवाई को मुस्लिम विरोधी बताया था. उनका कहना था कि शादी 18 साल से पहले न हो. हम भी इसके पक्ष में हैं, लेकिन ये तरीका नहीं है जो सरकार कर रही है. 


बाल विवाह के खिलाफ एक्शन को लेकर बवाल 


दरअसल, असम सरकार लगातार बाल विवाह के खिलाफ एक्शन ले रही है. पुलिस ने मामले में दो हजार से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. बिश्वनाथ जिले में सबसे ज्यादा 137 गिरफ्तारियां की गई हैं. पुलिस ने कहा कि उनके पास 8,000 आरोपियों की लिस्ट है. जब तक सभी को गिरफ्तार नहीं कर लिया जाता है तब तक एक्शन जारी रहेगा. 


विपक्ष ने बताया बीजेपी का चुनावी एक्शन 


इस एक्शन को चुनावी एक्शन भी बताया जा रहा है. विपक्ष का कहना है कि सरकार यह सब चुनाव में जीत हासिल करने के लिए कर रही है. दरअसल, 23 जनवरी को मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) के नेतृत्व में असम कैबिनेट (Assam Cabinet) ने बाल विवाह के खिलाफ कार्रवाई (Action Against Child Marriage) करने को लेकर फैसला लिया था. एक बड़ा बदलाव करते हुए 14 साल से कम उम्र में लड़की की शादी करने के मामले में पॉक्सो (Protection of Children from Sexual Offences-POCSO) एक्ट लगाने को मंजूरी दी गई.


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