Mathura Shahi Idgah Case: 'बीजेपी और आरएसएस....', मथुरा ईदगाह के अमीन सर्वे पर क्या कुछ बोले असदुद्दीन ओवैसी?
Mathura के श्रीकृष्ण जन्मस्थान - शाही मस्जिद ईदगाह मामले में ईदगाह के अमीन सर्वेक्षण के स्थानीय अदालत के आदेश पर मुस्लिम पक्ष आगामी 20 जनवरी को अपनी आपत्ति दाखिल करेगा.
Asaduddin Owaisi On Mathura Idgah: मथुरा की एक स्थानीय अदालत ने श्रीकृष्ण जन्मभूमि एवं शाही ईदगाह विवाद को लेकर हिन्दू सेना के दावे पर ईदगाह के अमीन सर्वेक्षण की रिपोर्ट 20 जनवरी को तलब की है. कोर्ट के आदेश पर अब AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी की प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने कोर्ट के आदेश पर सवाल खड़े किए हैं.
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि सर्वे के लिए पूछना एक गलत आदेश है. वह आदेश अपने आप में एक गलत आदेश है, सिविल कोर्ट ने 1991 के उस अधिनियम का उल्लंघन किया है. ओवैसी ने आगे कहा, "मैं मथुरा कोर्ट के आदेश से असहमत हूं."
'पीएम मोदी को हिन्दू परिषद को रोकना चाहिए'
एआईएमआईएम प्रमुख ने बीजेपी और आरएसएस पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बीजेपी और आरएसएस इस देश में 1980 और 1990 वाली हालत बनाने की कोशिश में हैं. ओवैसी ने कहा, "पीएम मोदी को विश्व हिन्दू परिषद को रोकना चाहिए." उन्होंने ये भी कहा कि उनको उम्मीद है कि ईदगाह ट्रस्ट के लोग गलत फैसले के खिलाफ अपील करेंगे.
सर्वे पर रिपोर्ट दाखिल करने के आदेश
गौरतलब है कि मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मस्थान - शाही मस्जिद ईदगाह मामले में ईदगाह के अमीन सर्वेक्षण के स्थानीय अदालत के आदेश पर मुस्लिम पक्ष आगामी 20 जनवरी को अपनी आपत्ति दाखिल करेगा. शाही मस्जिद ईदगाह इंतजामिया कमेटी के सचिव एवं अधिवक्ता तनवीर अहमद ने रविवार को कहा ''हम सर्वे सम्बन्धी आदेश पर 20 जनवरी को आपत्ति दाखिल करेंगे.''
20 जनवरी को रिपोर्ट पेश करनी है
इस मामले में शनिवार को वादियों ने भगवान श्रीकृष्ण के जन्म से लेकर मंदिर बनने तक का 'पूरा इतिहास' अदालत के समक्ष पेश किया. उन्होंने वर्ष 1968 में श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संघ और शाही ईदगाह के बीच हुए समझौते को भी अवैध बताते हुए निरस्त किए जाने की मांग की है. बता दें कि अमीन को 20 जनवरी तक ईदगाह की रिपोर्ट अदालत में पेश करनी होगी.