Mathura Krishna Janmabhoomi: शाही ईदगाह में सर्वे के आदेश पर ओवैसी बोले, 'कानूनी समझौता हुआ था, फिर जांच क्यों?'
Shahi Idgah Mathura: भगवान श्री कृष्ण की नगरी मथुरा में अदालत ने वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर की तरह शाही ईदगाह के अंदर भी सर्वे कराने का आदेश दिया है. इस पर मुस्लिम नेताओं के बयान आ रहे हैं.
Mathura Krishna Janmabhoomi Shahi Idgah Case: मथुरा के शाही ईदगाह में वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर की तरह ही सर्वे होगा. कल (24 दिसंबर) अदालत ने सर्वे का आदेश दिया था. इस पर हिंदूवादी संगठनों ने संतोष जताया, वहीं सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने सवाल उठाए हैं.
ईदगाह में सर्वे के आदेश पर ओवैसी ने कहा, "जैसा मैंने पहले कहा था, वैसा ही हो रहा है. अयोध्या की बाबरी मस्जिद के फैसले के बाद मैंने कहा था कि इससे संघियों की शरारतों को बढ़ावा मिलेगा. अब देखिए अदालत ने मथुरा में शाही ईदगाह परिसर के अंदर सबूतों की जांच के लिए कमिश्नर भी नियुक्त कर दिया है. यह सब 'प्लेसेस ऑफ वर्शिप एक्ट' के बावजूद हो रहा है."
It’s also despite the masjid & adjacent temple having a written settlement resolving their dispute. Please don’t preach “give and take” when one side is interested in constantly targeting Muslims 2/2 pic.twitter.com/2JlYcW08fk
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) December 24, 2022
असदुद्दीन ओवैसी ने मथुरा में श्री कृष्ण जन्मस्थान सेवा संघ और शाही मस्जिद ईदगाह के बीच वर्ष 1968 में हुए समझौते का भी जिक्र किया. ओवैसी ने उस समझौते की कॉपी अपने ऑफिशियल टि्वटर अकांउट पर शेयर की. उन्होंने कहा, ''शाही ईदगाह में सर्वे.. वह भी तब जब मस्जिद और उसके बगल में खड़े मंदिर के विवाद को हल करने के लिए दोनों पक्षों के बीच एक लिखित समझौता हुआ है. कृपया "दो और लो" को तूल न दें, जब एक पक्ष मुसलमानों को लगातार निशाना बनाने में रुचि रखता हो.''
हिंदू पक्ष ने कहा- जांच जरूरी, तभी सच सामने आएगा
शाही ईदगाह में सर्वे का आदेश जिला अदालत ने कल यानी कि 24 दिसंबर को दिया, जिसमें कहा गया कि परिसर में 2 जनवरी से सर्वे किया जाए. उसके बाद पूरी रिपोर्ट 20 जनवरी को अदालत के समक्ष प्रस्तुत की जाए. हिंदू पक्ष का दावा है कि मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर से सटे शाही ईदगाह में स्वास्तिक का चिह्न, मंदिर होने के प्रतीक के साथ मस्जिद के नीचे श्रीकृष्ण का गर्भ गृह है.
हिंदू पक्षकार मनीष यादव और वकील महेंद्र प्रताप ने कहा कि शाही ईदगाह में हिंदू स्थापत्य कला के सबूत मौजूद हैं. उनका कहना है कि ये सबूत वैज्ञानिक सर्वे के बाद सबके सामने आ जाएंगे.
'मुगल शासक औरंगजेब ने बनवाया था शाही ईदगाह'
बता दें कि इस मामले में अर्जी मथुरा की जिला अदालत में एक साल पहले दाखिल की गई थी. हिंदू पक्ष ने अपनी याचिका में कहा कि श्रीकृष्ण जन्मस्थान की 13.37 एकड़ जमीन पर मुगल शासक औरंगजेब ने मंदिर तोड़कर ईदगाह मस्जिद बनवाई थी. औरंगजेब ने अपने शासनकाल में हजारों मंदिर तुड़वाए थे. मथुरा स्थित शाही ईदगाह की दीवार मंदिर की आकृति से मेल-खाती है.'
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