प्रवासी मजदूरों के पलायन पर बोले असदुद्दीन ओवैसी- बिना सोचे लॉकडाउन क्रूरता है
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि भारत के बहुसंख्यक वर्ग के बारे में बिना सोचे लॉकडाउन क्रूरता है.
नई दिल्ली: कोरोना वायरस के मद्देनजर देश भर में 21 दिनों का लॉकडाउन लगा हुआ है लेकिन इसी बीच दिल्ली और आस-पास के शहरों से मजदूरों का पलायन एक बड़ी संस्या बन गई है. अब इसको लेकर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार समेत राज्य सरकारों पर बड़ा हमला बोला है.
प्रवासियों के पलायन को लेकर राज्यों सरकारों पर तीखा हमला करते हुए उन्होंने कहा,'' उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और बिहार की सरकारें इन फंसे प्रवासियों के लिए कुछ नहीं कर रही हैं. उनकी जिंदगी के साथ खिलवाड़ हो रहा है. भारत के बहुसंख्यक वर्ग के बारे में बिना सोचे लॉकडाउन क्रूरता है.''
State governments of UP, WB & Bihar are doing nothing to aid these stranded migrants. You cannot "play it by the ear" with people's lives. A lockdown without thinking about the welfare of India's vast majority is plain cruelty
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) March 28, 2020
दिल्ली से मजदूरों को बसों में भर कर भेजा जा रहा है. वहीं तेलंगाना में उनके पास कोई बैंक खाता, कोई राशन कार्ड और कोई सुरक्षा जाल नहीं है? अगर यूपी अपने प्रवासियों को वापस ले सकता है, तो क्या तेलंगाना को भी ऐसा करना चाहिए?'' उन्होंने सवाल उठाया कि यह किस तरह का लॉकडाउन है जहां प्रवासियों को यात्रा करने की अनुमति है.
बता दें कि राजधानी दिल्ली और उसके आस-पास के इलाकों में भारी तादाद में लोग अपने घरों की तरफ लौट रहे हैं. शनिवार को और आज भारी तादाद में लोग बस अड्डों पर आए हैं जिससे संकट भरे हालात पैदा हो गए हैं.