गोडसे को देशभक्त बताने वाली वाली टिप्पणी पर चौतरफा घिरीं प्रज्ञा ठाकुर, असदुद्दीन ओवैसी ने साधा निशाना
एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि भारत के पहले आतंकवादी को देशभक्त बताकर इस सांसद ने संसद का अपमान किया है. वहीं कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए कहा कि बीजेपी से देश अब यह जानना चाहता है कि वो गांधी जी के साथ है या गोडसे के साथ.
नई दिल्ली: अपने विवादित बयान को लेकर एक बार फिर बीजेपी सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर चौतरफा घिर चुकी हैं. आज लोकसभा में बहस के दौरान उन्होंने नाथूराम गोडसे को देशभक्त बता दिया. प्रज्ञा ठाकुर के इस टिप्पणी पर कांग्रेस सांसदों ने कड़ी आपत्ति जताई. उधर कांग्रेस प्रवक्ता रणदीस सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट करते हुए बीजेपी को निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि बीजेपी के नेताओं ने जो गांधीवादी मुखौटा लगाया था वो आज संसद में उतर गया.
इसके अलावा मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए कहा, ''राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने पर भोपाल की भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर को दिल से कभी माफ़ नहीं करने की बात कहने वाले मोदी जी को अब लोकतंत्र के पवित्र मंदिर संसद में इसी बयान को दोहराने पर सांसद प्रज्ञा ठाकुर को क़तई माफ़ नहीं करना चाहिये. देश तो उन्हें इस बयान के लिये कभी भी माफ़ नहीं करेगा. भाजपा से देश अब यह जानना चाहता है कि वो गांधी जी के साथ है या गोडसे के साथ ? उन्हें अब यह स्पष्ट करना चाहिये.''
वहीं एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि पीएमओ अब कब स्पष्ट करेगा कि गोडसे का भारत या गांधी का भारत. उन्होंने ट्वीट किया, ''इस सांसद ने भारत के पहले आतंकवादी को देशभक्त बताकर संसद का अपमान किया है. शर्मनाक. कल बीजेपी ने संविधान दिवस मनाया. आज उसके आतंक के आरोपी सांसद ने दोहराया कि गोडसे एक देशभक्त है. अब पीएमओ कब स्पष्ट करेगा कि गोडसे का भारत या गांधी का भारत.''
उधर प्रज्ञा ठाकुर के बयान पर बीएसपी सांसद दानिश अली ने कहा कि या तो प्रधानमंत्री अपनी बात पर गम्भीर नहीं हैं या तो फिर उन्हें बोलने के लिए कहा जा रहा है. देश के पहले आतंकवादी गोडसे को देशभक्त कहना, वो भी संसद में ये शर्मनाक है. ये कोई साजिश है.
दरअसल सदन में जब डीएमके सदस्य ए राजा ने चर्चा में भाग लेते हुए नकारात्मक मानसिकता को लेकर गोडसे का उदाहरण दिया तो प्रज्ञा अपने स्थान पर खड़ी हो गईं और कहा कि ‘देशभक्तों का उदाहरण मत दीजिए.’ वहीं जब प्रज्ञा से उनके बयान पर मीडिया ने सवाल किया तो उन्होंने कहा, '''पहले उसको पूरा सुनिए, मैं कल जवाब दूंगी.''
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