Telangana New Emblem: 'तेलंगाना के चिन्ह में बरकरार रहे चारमिनार', लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण से पहले ओवैसी की पार्टी ने की अपील, जानें वजह
Telangana New Emblem: तेलंगाना में कांग्रेस सरकार अब राज्य का प्रतीक चिन्ह बदलेगी. अभी तक तेलंगाना की पहचान चारमीनार से होती थी, लेकिन, सरकार ने इसे बदलने का फैसला लिया है.
Telangana New Emblem: हैदराबाद में एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कांग्रेस सरकार से अनोखी मांग की है. एआईएमआईएम का कहना है कि हम सरकार से आग्रह करते हैं कि चारमीनार को तेलंगाना के राज्य चिह्न में बरकरार रखा जाना चाहिए. दरअसल, बुधवार को तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने कहा है कि राज्य का प्रतीक चिन्ह बदलेगा. अभी तक तेलंगाना की पहचान चारमीनार से होती थी, लेकिन सीएम ने इसके बदले किसी दूसरे ऐतिहासिक धरोहर का इस्तेमाल करने का फैसला लिया.
इसको लेकर एआईएमआईएम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि हम अपील करते हैं कि चारमीनार को तेलंगाना के राज्य चिह्न में बरकरार रखा जाना चाहिए. यह तेलंगाना की समग्र संस्कृति के लंबे इतिहास का प्रतीक है. उम्मीद है कि इसे बरकरार रखा जाएगा. हालांकि हमें यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि चारमीनार के आसपास के इलाकों में भी विकास हो. हैदराबाद की विरासत से जुड़े विकास काम धीमे पड़ गए हैं और उन्हें जल्द से जल्द पूरा किया जाना चाहिए.
जल्द से जल्द पूरा किए जाए नवीनीकरण के काम- AIMIM
इसके साथ ही एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सरकार से आग्रह करते हुए कहा कि इन कामों में चारमीनार पैदल यात्री परियोजना, सड़क चौड़ीकरण का काम, नाइट बाज़ार, चारमीनार बस स्टैंड पर पार्किंग स्थल, सरदार महल और चौक बाज़ार का नवीनीकरण और गुलज़ार हौज़ के पास सड़क चौड़ीकरण भी शामिल हैं.
We urge that Charminar must be retained in Telangana’s state emblem. It is a symbol of Telangana’s long history of composite culture. It is hoped that the same will be retained. However we should also ensure that Charminar’s surrounding areas also see progress. Development works…
— AIMIM (@aimim_national) May 30, 2024
कांग्रेस सरकार ने प्रतीक चिन्ह बदलने का लिया फैसला
दरअसल, तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने डिप्टी सीएम भट्टी विक्रमार्क और राजेशम के साथ मिलकर प्रतीक चिन्ह के डिजाइन को अंतिम रूप दे दिया है. वहीं, इस प्रतीक चिन्ह को चित्रकार लक्ष्मण ऐले ने डिजाइन किया था. जबकि, 2 जून 2014 को के चंद्रशेखर राव की अध्यक्षता वाली तत्कालीन बीआरएस सरकार ने इसे अपनाया था.
हालांकि, 7 दिसंबर 2023 को सत्ता में आई कांग्रेस सरकार ने तानाशाही शासन के खिलाफ पूरे तेलंगाना संघर्ष की पृष्ठभूमि में राजशाही प्रतिबिंबों को हटाने के उद्देश्य से राज्य चिन्ह को एक नया रूप देने का फैसला किया है. गौरतलब है कि, कांग्रेस सरकार पहले ही गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन और सभी सरकारी लेटरहेड में तेलंगाना राज्य के संक्षिप्त नाम को TS से TG में बदलने की योजना बना रही है.
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