Uttar Pradesh Madrassa: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की सरकार ने मदरसों (Madrassa) का सर्वे (Survey) करने के आदेश दिए हैं. इस मामले को लेकर एआईएमआईएम (AIMIM) के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) भड़क गए हैं. उन्होंने पहले तो योगी सरकार (Yogi Government) पर जमकर निशाना साधा फिर कहा कि सिर्फ मदरसों का सर्वे क्यों करा रहे हैं, सरकारी स्कूलों (Government Schools) का भी सर्वे कराइए, जिससे उनकी बदहाली का पता चल सके.
ओवैसी ने एबीपी न्यूज से खास बातचीत में कहा कि मदरसों का सर्वे कराकर सिर्फ मुसलमानों को टारगेट किया जा रहा है. सर्वे अगर कराना ही है तो सरकारी स्कूलों, विद्या मंदिर और जिन स्कूलों को आरएसएस चलाती है, उनका भी कराओ. इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि मदरसों में शिक्षक पढ़ा रहे हैं, उन्हें तनख्वाह तक नहीं मिल रही है. इन शिक्षकों को सिर्फ 5 साल में 5 महीने की सैलरी मिली है.
जिन मदरसों को मुसलमान चलाते उनके पीछे पड़ी सरकार
उन्होंने कहा कि जिन मदरसों को मुसलमान अपने पैसों से चला रहे हैं, उनके पीछे सरकार पड़ी हुई है. इतना ही नहीं, जब उनसे पूछा गया कि आप सिर्फ एक धर्म को लेकर पैरवी क्यों करते हैं तो उन्होंने कहा कि आज के समय में हर कोई अपने समुदाय की पैरवी कर रहा है. उन्होंने यहां तक कह दिया कि योगी आदित्यनाथ भी एक जाति विशेष के नेता हैं.
मदरसे इस्लामिक तालीम के लिए
उन्होंने कहा कि मदरसों (Madrassa) को इस्लामिक तालीम (Islamic Education) हासिल करने के लिए खोला गया. दूसरी जगहों पर इस्लाम के बारे में इतनी गहरी जानकारी नहीं दी जाती है. स्कूलों (Schools) में तो विज्ञान (Science) और भूगोल पढ़ाया जाता है. जब उनसे पूछा गया कि आपने और आपके बच्चों ने कहां से शिक्षा हासिल की है तो उन्होंने कहा कि हमारे बच्चे आज भी मदरसों में जाते हैं और स्कूलों से भी शिक्षा हासिल की है, लेकिन सवाल सिर्फ मेरा नहीं है, बाकी मुसलमानों (Muslims) का भी है.
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